AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Thursday 28 April 2016

कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने विकास में भागीदारी के लिए ग्रामीणों को किया प्रेरित

कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने विकास में भागीदारी के लिए ग्रामीणों को किया प्रेरित
चमाटी की ग्राम संसद में गॉंव के विकास हेतु ग्रामीणों ने लिये महत्वपूर्ण फैसले





खण्डवा 27 अप्रैल, 2016 - ‘‘ग्रामोदय से भारत उदय अभियान‘‘ के तहत इन दिनों गाँव-गाँव में ग्राम सभाओं और ग्राम संसदों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल ने मंगलवार रात्रि में छैगांवमाखन विकासखण्ड के ग्राम पंचायत चमाटी जाकर ग्रामीणों से रूबरू चर्चा की तथा उन्हें गांव के विकास के लिये खुद ही महत्वपूर्ण फैसले लेने की समझाइष दी। इस दौरान एसडीएम पंधाना श्री अनिल डामोर, सीईओ जनपद श्री रवि मुवेल सहित पंचायत की सरपंच, उप सरपंच, पंच व ग्रामीणजन मौजूद थे। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने इस दौरान ग्रामीणों को स्वच्छता संबंधी शपथ भी दिलाई।
कुपोषित बच्चों की देखरेख की जिम्मेदारी ली 4 ग्रामीणों ने
ग्राम संसद में महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी ने बताया कि गॉंव में 4 बच्चे कुपोषित हैं, जिनकी देखरेख की जरूरत है, पोषण आहार उन्हें दिया जा रहा हैं। यदि उनकी बेहतर देखभाल हो जाए तो वे ठीक हो सकते हैं। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने ग्रामीणों से पूछताछ की तो गांव के 4 ग्रामीणों श्री शांतिलाल कुषवाह, भागीरथ पटेल, कृष्णा कुषवाह व धर्मेन्द्र चौहान ने एक एक कुपोषित बच्चे की देखभाल का जिम्मा लिया और उन्हें पूर्ण स्वस्थ्य बनाने का आष्वासन दिया। 
20 मिनिट में बदली सुरेन्द्र की मानसिकता
ग्राम संसद की शुरूआत में गांव के सुरेन्द्र कुषवाह ने कलेक्टर से षिकायत की कि उसके कुएं में पानी तो पर्याप्त है पर बिजली के अभाव में उसके खेत सूख रहे है। यदि स्थिति नही सुधरी तो वह आत्महत्या को मजबूर हो जाएगा। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बिजली कम्पनी के अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के निर्देष दिये। कुछ देर बाद साथी ग्रामीणजनों की गांव के विकास में भागीदारी की भावना व सकारात्मक सोच से प्रभावित होकर सुरेन्द्र भी आत्महत्या की बात छोड़कर अन्य ग्रामीणों के लिये मदद की बात करने लगा। हुआ यूॅं कि गांव के 40 घरों में पानी के अभाव में शौचालय नही बनाये जाने की बात ग्राम संसद में आयी तो कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने ग्रामीणों से कहा कि परिवार की महिलाओं की इज्जत की रक्षा के लिये अन्य ग्रामीणों को अपने जल क्षेत्र में शौचालय निर्माण हेतु पानी देना चाहिये। इस पर सुरेन्द्र ने कहा कि वह गांव की महिलाओं की इज्जत की बात पर 40 शौचालयों के निर्माण पर खर्च होने वाला पानी अपने कुंए से देने को तैयार हैं। साथ ही सुरेन्द्र ने गॉंव में जुआ खेलने व शराब पीने की लत को छोड़ने की अपील भी ग्रामीणजनों से की। 
भावना व राजनंदिनी ने गॉंव की सभी बालिकाओं को स्कूल भेजने का बीड़ा उठाया
ग्राम संसद में चमाटी के बच्चे, बुजुर्ग, युवा, विद्यार्थी, किसान सभी वर्ग के लोग उपस्थित थे। गांव की बेटी भावना पटेल ने कलेक्टर डॉ. अग्रवाल से माँग की कि गॉंव में हाई स्कूल खोला जाना चाहिये, क्योंकि हाई स्कूल न होने से कक्षा 8 के बाद बेटियॉं पढ़ाई छोड़ देती हैं। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने कुमारी भावना की इन भावनाओं का सम्मान करते हुए अगले षिक्षा सत्र में गॉंव में हाई स्कूल स्वीकृत कराने का आष्वासन दिया। गॉंव की ही अन्य बेटी राजनंदिनी ने भी माइक पकड़कर ओजस्वी सम्बोधन दिया और बेटियों को पढ़ाने की सीख ग्रामीणजनों को दी। भावना व राजनंदिनी ने मिलकर सकंल्प लिया कि वे अपनी सहेली, रत्ना, पूजा, सोनू, वंदना, व नंदिनी के सहयोग से स्कूल जाने योग्य हर बेटी को स्कूल में भर्ती कराएगी।
पंचगण लें गॉंव के विकास की जिम्मेदारी
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने ग्राम संसद में पूछताछ की तो पता लगा कि उपस्थित लोगों में 14 पंचगण भी शामिल थे। उन्होंने सभी पंचो से कहा कि वे गाँव के विकास की चिंता करें तथा अनपढ़ ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मार्गदर्षन करें। सभी पंचो ने पानी बचाने, पौधे लगाने, बच्चो को स्कूल भेजने, कुपोषित बच्चों को आंगनवाड़ी भिजवाने जैसे कार्यो में भागीदारी का संकल्प लिया। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने कहा कि किसान भाई टपक सिंचाई पद्धति व फव्वारा पद्धति अपनाकर पानी की बचत करने के बाद भी अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

No comments:

Post a Comment