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Thursday 12 March 2015

समन्वित कृृषि से उत्पादन वृद्धि पर परिचर्चा सम्पन्न

समन्वित कृृषि से उत्पादन वृद्धि पर परिचर्चा सम्पन्न



खण्डवा (12मार्च,2015) -  गुरूवार को कृषि विज्ञान केन्द्र खण्डवा  द्वारा  समन्वित कृृषि से उत्पादन वृद्धि पर परिचर्चा आयोजित की गई। इस परिचर्चा में कृृषि विभाग के जयपाल, डी.के.तारे पषुपालन विभाग के डॉ. अक्षय निगम, उद्यानिकी विभाग के जे.एल.जैन, कृृषि अभियांत्रिकी विभाग के बी.एस. दलोदिया, बीज प्रमाणीकरण के अधिकारी नरोलिया , कृृषि आदान डीलर्स आषीष भंसाली तथा हरविंदर सिंह होरा एवं प्रगतिषील कृृषक एस.एस.चौरे, आषीष बरोले, भगवान दगड़ू , वासुदेव, राजेन्द्र प्रजापति आदि के साथ कृृषि विज्ञान केन्द्र के समस्त वैज्ञानिकों ने भाग लिया। 
डॉ. डी.के.वाणी, कार्यक्रम समन्वयक ने परिचर्चा के उद््देष्य को स्पष्ट करते हुए मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों में निपटने हेतु कार्ययोजना बनाकर नवीन तकनीकों के समावेष पर जोर दिया। श्री वाणी ने बताया की इस परिचर्चा की अनुषंसाओं को कार्ययोजना में षामिल किया जावेगा। डॉ. रूपेष जैन, पषुपालन वैज्ञानिक ने केंचुआ खाद के महत्व पर प्रकाष डाला व समन्वित खेती हेतु डेरी के विकास की पैरवी की। डॉ. एस.के.परसाई, कीट विषेषज्ञ ने समन्वित कीट नियंत्रण व वॉइस मैसेज का विवरण दिया व अधिकाधिक कृृषकों को जोड़ने आव्हान किया। डॉ. मुकेष गुप्ता ने किसान मोबाईल संदेष की जानकारी दी। 
सहायक संचालक कृषि जयपाल पटेल ने षासकीय योजनाओं का भरपूर लाभ लेने हेतु जोर दिया। उद्यानिकी विभाग के जवाहरलाल जैन ने पोली हाउस बनाने, प्याज के बीजों की उपलब्धता आदि के बारे में बताया। 
कृषि डीलर्स आषिष भंसाली एवं श्री होरा ने प्रदर्षनों को मल्टी नेषनल कम्पनी की तर्ज पर डालने एवं आसपास के सभी कृृषकों को प्रदर्षित करने का सुझाव दिया। कृृषि अभियांत्रिकी के सहायक यंत्री दलोदिया ने विभागीय योजनाओं व कस्टम हायरिंग सेंटर की जानकारी दी व कृषको को इन यंत्रों का उपयोग करने का सुझाव दिया। 
डॉ. अक्षय निगम ने डेरी के प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से बताया व कृृषकों को इस संबंध में सभी संभावित मदद का आष्वासन दिया। कृृषि अधिकारी श्री तारे ने प्रषिक्षणों में नवीनता लाने व कृृषकों द्वारा अनुषंसाओं की ग्राह््यता बढाने के तरीके अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रूपेष जैन ने किया व डॉ. सुभाष रावत ने आभार व्यक्त किया।
क्रमांक/44/2015/340/वर्मा

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