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Tuesday 17 March 2015

बी.एम. कृषि महाविद्यालय में क्षमता संवर्धन हेतु दो दिवसीय प्रषिक्षण का किया शुभारंभ

बी.एम. कृषि महाविद्यालय में क्षमता संवर्धन हेतु दो दिवसीय प्रषिक्षण का किया शुभारंभ



खण्डवा (17मार्च,2015) - सोमवार को बी.एम.कृषि महाविद्यालय खण्डवा में कृषि विज्ञान केन्द्रो के वैज्ञानिकों की उच्च उद्यानिकी विषय में क्षमता संवर्धन हेतु दो दिवसीय प्रषिक्षण कार्यक्रम का षुभारम्भ किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजमाता विजयाराजे सिंधिया, कृषि विष्वविद्यालय के निदेषक विस्तार सेवाएॅ एस.के.श्रीवास्तव उपस्थित थे। जबकि अध्यक्षता अधिष्ठाता मृदुला बिल्लौरे ने की। इस कार्यक्रम में विष्वविद्यालय के अन्तर्गत आने वाले 24 कृषि विज्ञान केन्द्रो के वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया।
 इसी प्रकार कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि श्री श्रीवास्तव ने कहा कि विषय विषेषज्ञों को क्षमता संवर्धन की विषेष जरूरत है। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी ही ऐसा उद्यम है, जिससे प्रति ईकाई क्षेत्र सबसे ज्यादा आय अजर््िात की जा सकती है। श्री श्रीवास्तव ने बताया कि आम एवं तरबूज का अरब देषो में निर्यात किया जा रहा है। 
  वहीं अधिष्ठाता मृदुला बिल्लौरे ने कृषि विज्ञान केन्द्रो के वैज्ञानिकों का आव्हान करते हुए कहा कि वे अपना षत प्रतिषत क्षमताओं का उपयोग करें,  कड़ी मेहनत आगे चलकर सफलता अवष्य दिलाती है। उन्हांेने कहा कि यहॉं से सीखकर उच्च उद्यानिकी तकनीक को फील्ड में व्यावहारिक रूप में लावें। 
  तकनीकी सत्र में इन्दौर कृषि महाविद्यालय के प्रोफेसर आर.के.जायसवाल, रवि चौधरी, उद्यानिकी विषेषज्ञ पी. जी. नाडकर्णी , डी. के. मिश्रा एवं जैन इरीगेषन के मुरली अय्यर ने उच्च उद्यानिकी तकनीक, फलोत्पादन, फूलोत्पादन एवं पोलीहाउस पर अपने उद्बोधन दिये। इस कार्यक्रम में बी.एस.सी.अंतिम वर्ष के छात्रों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। वहीं कार्यक्रम का संचालन एम. के. गुप्ता ने किया। उसके बाद डी. के. वाणी ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया।
क्रमांक/74/2015/372/वर्मा

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