सफलता की कहानी
ग्राम बोरदड़ निवासी अनिता के बच्चे को मिला नया जीवन
गहन शिशु चिकित्सा इकाई नवजात के लिये वरदान हैं
खण्डवा 03 सितम्बर, 2021 - खण्डवा जिले के पुनासा विकासखण्ड के ग्राम बोरदड़ निवासी अनिता पति अमृत का समय पूर्व प्रसव पीड़ा होने पर परिजन आशा कार्यकर्ता के सहयोग से तुरंत उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुनासा लेकर गये। अनिता को समय से पहले ही प्रसव हो गया, लेकिन बच्चे का वजन कम था तथा सॉंस लेने में परेशानी भी थी। बच्चे की नाजुक स्थिति को देखेते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक ने उन्हे 28 जून को 108 वाहन से जिला अस्पताल हेतु रेफर किया। जिला अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कृष्णा वास्केल द्वारा बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें तुरंत नवजात शिशु गहन चिकित्सा ईकाई में भर्ती कर उपचार प्रारंभ किया। उस दौरान शिशु का वजन मात्र 1.100 किलोग्राम था, साथ ही शिशु को गंभीर संक्रमण भी था। शिशु को 35 दिनों तक गहन शिशु चिकित्सा इकाई में चिकित्सकों की निगरानी में रखा और धीरे-धीरे शिशु के स्वास्थ्य में सुधार आने लगा। स्टॉफ व चिकित्सकों के द्वारा उपचार के उपरांत उन्हें लगभग एक माह से अधिक उपचाररत होने के पष्चात् स्वस्थ होने पर 3 जुलाई 2021 को डिस्चार्ज किया गया। अनिता ने बताया कि यहॅा के चिकित्सक डॉ. कृष्णा वास्केल और उनकी टीम के द्वारा बहुत अच्छा उपचार किया गया। साथ ही उनका व्यवहार भी बहुत अच्छा है। हमें किसी प्रकार की कोई परेशानी नही हुई और पूरा इलाज निःशुल्क हुआ है। नवजात षिषु गहन चिकित्सा ईकाई मेरे बच्चे के लिये वरदान साबित हुई है। अनिता आगे बताती है कि स्वस्थ होने के बाद दो बार बच्चे का दो बार फॉलोअप भी हुआ और बच्चा एकदम स्वस्थ है।
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