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Monday 28 January 2019

मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने बांटी मच्छरदानियां

गरीब परिवारों को गणतंत्र दिवस पर मिली 
‘‘खुशियों की सौगात‘‘

मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने बांटी मच्छरदानियां

खण्डवा 27 जनवरी, 2019 - प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तथा खण्डवा जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने जिला चिकित्सालय परिसर में उपस्थित हितग्राहियों को नई तकनीक ‘‘लाँग लॉस्टिंग इन्सेक्टीसाइडल नेट‘‘ एल.एल.आई.एन. से बनाई गई मच्छरदानियां वितरित की। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित हितग्राहियों से कहा कि वे सोते समय इन मच्छरदानियों का अवश्य उपयोग करें ताकि मच्छर जनित मलेरिया व अन्य रोगों से उनके परिवार बच सके। कार्यक्रम में उन्होंने कुल 8 परिवारों को मच्छरदानियां प्रदान की। जिन लोगों को ये मच्छरदानियां दी गई, उनमें मूंदी निवासी मिर्जा बाई, रेशम बाई, गजराज, लाड़की बाई, संतोष, जमुनाबाई, माणकचंद, डंमू बाई शामिल है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. रतन खण्डेलवाल ने बताया कि गरीब, कमजोर और अनुसूचित जाति तथा जनजाति वर्ग के परिवारों को मच्छरों और मलेरिया रोग के संक्रमण से बचाने के लिये कीटनाशक दवायुक्त मच्छरदानी निःशुल्क वितरित की जा रही है। इसी क्रम में खण्डवा जिले के 228 ग्रामों में कुल 1,73,200 मच्छरदानियां वितरित की जायेगी। उन्होंने बताया कि ये मच्छरदानियां नई तकनीक ‘‘लाँग लॉस्टिंग इन्सेक्टीसाइडल नेट‘‘ एल.एल.आई.एन. से बनाई गई है। इसमें निर्माण के दौरान ही नायलोन के धागों में कीटनाशक दवा सिंथेटिक पायरेथ्राइड मिश्रित कर इसे बनाया गया है। इस मच्छरदानी की मजबूती और कीटनाशक क्षमता अधिक समय तक प्रभावी रहती है। कीटनाशकयुक्त मच्छरदानी में उपयोग किये गये कीटनाशक 3 वर्षों तक और 20 बार धुलाई करने तक प्रभावी रहते हैं। मच्छरदानी स्मॉल, मीडियम और लार्ज साइज में प्रदाय की जा रही है। कीटनाशकयुक्त मच्छरदानी के उपयोग से मलेरिया के संक्रमण और अन्य मच्छर जनित रोगों से सुरक्षा मिलती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि एल.एल.आई.एन. के उपयोग के बाद मलेरिया के प्रकरणों में 60 से 80 प्रतिशत की कमी आयेगी। 

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