AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Monday 3 April 2017

बच्चांे को शिक्षित करने के साथ-साथ उनके नैतिक व सामाजिक विकास के लिये भी किये जायें कार्य - सीईओ डॉ. वरदमूर्ति मिश्र

बच्चांे को शिक्षित करने के साथ-साथ उनके नैतिक व सामाजिक विकास के लिये भी किये जायें कार्य - सीईओ डॉ. वरदमूर्ति मिश्र
आदिवासी विकास विभाग के नवीन शैक्षणिक सत्र की तैयारियो संबंधी बैठक आयोजित

खण्डवा 03 अप्रैल 2017 -  बच्चों के विकास में उनके आसपास का वातावरण बहुत महत्वपूर्ण होता है, वे जैसा देखते है वैसा ही सीखते है और उसी के अनुरूप व्यवहार करते है, अतः यह हमारा दायित्व है कि हम अपने व्यवहार एवं ज्ञान से बच्चांे का उचित मार्गदर्शन कर सके। यह बात मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. वरदमूर्ति मिश्र द्वारा सोमवार को आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत नवीन शैक्षणिक सत्र की तैयारियांे की समीक्षा बैठक के दौरान कही।
 सीईओ जिला पंचायत डॉ. मिश्र द्वारा बैठक में निर्देश दिये गये कि आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत संचालित सभी छात्रावासों एवं आश्रमों में आम, आंवले, निम्बू, पपीते एवं सुरजना के पौधे लगाये जाये। पौधरोपण जून माह के अंत में किया जायेगा, पौधे बच्चों से ही लगवाये जाये एवं उनकी देखभाल के लिये भी बच्चों से बोले जिससे वे पौधो से जुडाव महसूस कर सके। सितम्बर माह में छात्रावासों एवं आश्रमों में उपलब्ध स्थानांे पर पालक, मैथी जैसी सब्जियां लगाई जाये। छात्रावासों का सांस्कृतिक कैलेण्डर बनाया जाये जिसके आधार पर छात्रावासों में सांस्कृतिक एवं बौधिक कार्यक्रम आयोजित किये जाये, जिसमें बच्चो की सहभागिता हो। बच्चांे के वॉक इन्टरव्यू आयोजित किये जाये, जिससे बच्चों का आत्मविश्वास बढेगा। सभी आश्रमांे में 1 दिन बाल सभा का आयोजन किया जाये। बच्चों की हेण्डराईटिंग सुधारने एवं अंग्रेजी का बेसिक ज्ञान देने के प्रयास किये जाये। छात्रावास से जुडे हुये क्षेत्र के बौधिक लोगों को छात्रावास में बुलाकर उनसे बच्चांे का संवाद आयोजित करवाया जाये। सीईओ जिला पंचायत डॉ. मिश्र द्वारा कहा गया कि यह सभी गतिविधियां न केवल बच्चों को शैक्षणिक क्षेत्र मे आगे बढ़ने के लिये उपयोगी होगी, बल्कि उनका नैतिक व सामाजिक विकास भी करेगी। बैठक में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री गणेश भावर एवं जिले के समस्त छात्रावासांे व आश्रमांे के अधीक्षक उपस्थित थे।

No comments:

Post a Comment