AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Thursday, 9 June 2016

ग्रामीण क्षेत्र के अधिकारी कर्मचारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें

ग्रामीण क्षेत्र के अधिकारी कर्मचारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें
कलेक्टर श्रीमती नायक ने पंधाना में विभागीय अधिकारियों की ली बैठक

खण्डवा 8 जून, 2016 - कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने बुधवार को पंधाना विकासखण्ड मुख्यालय पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें निर्देष दिए कि वे आपसी समन्वय के साथ कार्य कर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों की भलाई के लिए कार्य करें। जनपद पंचायत पंधाना के परिसर में स्थित विभिन्न कक्षों में कलेक्टर श्रीमती नायक ने अधिकारियों के अलग अलग समूह बनाकर अलग अलग बैठक ली। इस दौरान जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती शुचिस्मिता सक्सेना, एसडीएम पंधाना श्री अनिल डामोर सहित कृषि, षिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, खाद्य, उद्यानिकी, ग्रामीण विकास, सहित विभिन्न विभागों के जिला एवं खण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने तहसील कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, लोक सेवा केन्द्र, एवं कौषल उन्नयन केन्द्र का भी निरीक्षण किया। कौषल उन्नयन केन्द्र के निरीक्षण के दौरान उन्होंने टेलरिंग, इलेक्ट्रीषियन व कम्प्यूटर टेªड के प्रषिक्षार्थियों से चर्चा भी की। 
कृषि, पषुपालन, उद्यानिकी  विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी संकुल स्तर पर एक साथ उपस्थित रहें
कलेक्टर श्रीमती नायक ने कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में कृषि, उद्यानिकी, पषुपालन, मछली पालन, सहित खेती से जुड़े विभिन्न विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें निर्देष दिए कि वे पूर्व निर्धारित तिथियों में गांवों के संकुल स्तर पर उपस्थित रहकर ग्रामीणों की खेती उद्यानिकी संबंधी समस्याओं का निराकरण करें व किसानों को आवष्यक मार्गदर्षन दें, यह प्रयास किया जाये कि किसानों को उनसे सम्पर्क करने के लिए अनावष्यक भटकना न पड़े। उन्होंने कृषि अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे किसानों को अपने खेतों में जल संरक्षण वाली छोटी संरचनाएं बनवाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कृषि भूमि उपजाऊ है तथा किसान मेहनती है किसानों को केवल तकनीकी मार्गदर्षन की जरूरत है जो उन्हें उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने क्षेत्र में कार्यरत् किसान मित्रों व किसान दीदीयों को भी आवष्यक प्रषिक्षण दिलवाने तथा किसानों को जागरूक बनाने में उनकी मदद लेने की समझाईष भी दी। कलेक्टर श्रीमती नायक ने ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सहकारी समितियों के पास उपलब्ध बीज भण्डारण की समीक्षा भी की। समीक्षा के दौरान गुड़ीखेड़ा समिति के पास सोयाबीन बीज की पर्याप्त उपलब्धता न होने पर नाराजगी प्रकट की। 
विकासखण्ड व संकुल स्तर पर अनावष्यक बैठकें आयोजित न की जाये
कलेक्टर श्रीमती नायक ने षिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में निर्देष दिए कि संकुल समन्वयकों व षिक्षकों को विकासखण्ड स्तर पर बैठकों में अनावष्यक न बुलाया जाये बल्कि खण्ड स्तरीय अधिकारी संकुल स्तर पर जाकर स्कूलों का निरीक्षण करें व संबंधित षिक्षकों व संकुल समन्वयकों को आवष्यक निर्देष दें। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर किसी भी विभाग के खण्ड स्तरीय अधिकारियों को बैठकों में नही बुलाया जायेंगा बल्कि वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला स्तर से आवष्यक निर्देष खण्ड स्तरीय अधिकारियों को दिए जायेंगे, इससे खण्ड स्तरीय अधिकारियों का समय बचेगा जिससे वे अपने विभागीय कार्यो के लिए अधिक समय देकर बेहतर कार्य कर सकेंगे। कलेक्टर श्रीमती नायक ने षिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत षिक्षकों में से ऐसे षिक्षकों की पहचान की जाये जो अख्सर स्कूल से अनुपस्थित रहते है। उन्होंने कहा कि ऐसे षिक्षकों के विरूद्ध ग्राम सभा प्रस्ताव पारित करेगी, जिस पर उनके विरूद्ध सख्त अनुषासनात्क कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले षिक्षकों को सम्मानित भी किये जायेंगे। उन्होंने षिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि स्कूल चले अभियान व शाला प्रवेष उत्सव का बेहतर तरीके से आयोजन किया जाये तथा शाला त्यागी बच्चांे का स्कूलों में प्रवेष सुनिष्चित किया जाये। उन्होंने सभी संकुल अकादमिक समन्वयक से कहा कि वे हर माह में अपने क्षेत्र के प्रत्येक स्कूल का कम से कम दो बार निरीक्षण अवष्य कर लें। उन्होंने कहा कि स्कूलों में षिक्षकों की शत प्रतिषत उपस्थिति सुनिष्चित की जानी चाहिए। 

No comments:

Post a Comment