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Wednesday 29 June 2016

‘‘जनप्रतिनिधि व प्रबुद्ध नागरिक स्कूलों मंे सुविधाएं बढ़ाने के लिए योगदान दें‘‘

‘‘जनप्रतिनिधि व प्रबुद्ध नागरिक स्कूलों मंे सुविधाएं बढ़ाने के लिए योगदान दें‘‘
जिला योजना समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री श्री जैन ने सभी से की अपील

खण्डवा 29 जून, 2016 - प्रदेष सरकार स्कूलों में सुविधाएं बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है सभी जनप्रतिनिधि व समाज के प्रबुद्ध नागरिक स्कूलों में बच्चों की सुविधाएं बढ़ाने के लिए अपने अपने स्तर से हरसंभव योगदान दें। यह अपील प्रदेष के स्कूल षिक्षा विभाग के मंत्री व खण्डवा जिले के प्रभारी मंत्री श्री पारस जैन ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मंे आयेाजित जिला योजना समिति की बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों से की। उन्होंने कहा कि प्रदेष सरकार ने स्कूलों में जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए उपहार योजना भी प्रारंभ की है, इसके तहत कोई भी व्यक्ति विद्यार्थियों व स्कूल के लिए दान दे सकता है। बैठक मंे स्कूल चलें अभियान तथा षिक्षा विभाग के साथ साथ स्वास्थ्य व कृषि विभाग की योजना विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में खण्डवा विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा, पंधाना विधायक श्रीमती योगिता बोरकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हसीना बाई, महापौर श्री सुभाष कोठारी, कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक, पुलिस अधीक्षक डॉ. महेन्द्र सिंह सिकरवार, वन संरक्षक श्री एस.एस.रावत, अपर कलेक्टर श्री अनुराग सक्सेना, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती शुचिस्मिता सक्सेना, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री हुकुमचंद यादव व जिला भाजपा अध्यक्ष श्री हरीष कोटवाले सहित योजना समिति के सदस्यगण मौजूद थे। बैठक में प्रभारी मंत्री श्री जैन ने सभी को स्वच्छता संबंधी शपथ भी दिलाई।
प्रभारी मंत्री श्री जैन ने बैठक मंे महापौर श्री कोठारी से कहा कि षिक्षा उपकर से प्राप्त राषि से शहर के स्कूलों में विकास कार्य कराये जायें। उन्होंने उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे शहर के जिस स्कूल में भी पढ़े है उसके विकास का जिम्मा लें तथा अपनी व्यक्तिगत राषि से भी स्कूल में विकास कार्य कराये। उन्होंने षिवपुरी जिले का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां एक रिटार्यड डिस्ट्रिक्ट जज ने अपने गांव के स्कूल के लिए लगभग 20 लाख रूपये दान कर स्कूल भवन बनवाया है। इसी तरह जिले के जनप्रतिनिधि भी स्कूलों के विकास में योगदान दें। उन्होंने बैठक में जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे जिले को खुले में शौच से मुक्त बनाने के लिए अपने अपने क्षेत्र में सक्रियता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि अस्वस्थ्यता के कारण इस बार जिला योजना समिति की बैठक देरी से हुई है, भविष्य मंे हर तीन माह में नियमित रूप से समिति की बैठक आयोजित की जायेगी। 
कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान उपसंचालक कृषि श्री ओ.पी. चौरे ने बताया कि जिले में खाद व बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जिले में अब तक बोवनी का कार्य लगभग 50 प्रतिषत हो चुका है। उन्होंने बताया कि विकासखण्ड स्तर पर मिट्टी परीक्षण प्रयोगषाला तैयार की जा रही है, जिससे अब किसानों को खेत की मिट्टी के परीक्षण के लिए जिले में नही आना पडे़गा। उन्होंने बताया कि जिले में 6 स्थानो पर कस्टम हायरिंग सेन्टर स्थापित कर किसानों को उन्नत कृषि यंत्र उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। षिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान बैठक मंे बताया गया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत पिछले दिनों 48 शालाओं में 72 शौचालयों का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है। जिले में 2.45 लाख विद्यार्थियों को जाति प्रमाण पत्र दिए जा चुके है तथा 2.83 लाख स्कूली बच्चों के आधार कार्ड किये जा चुके है। 
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवास्या ने बताया कि जिले में गत वित्तीय वर्ष में 31 लोगों को 30.27 लाख रूपये तथा इस वित्तीय वर्ष में 10 बच्चों के हृदय रोग के उपचार के लिए 8.15 लाख रूपये की मदद मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत मदद दी गई है। प्रभारी मंत्री श्री जैन ने इस दौरान निर्देष दिए कि इस बात का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाये कि मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना में हितग्राही की आय कोई बंधन नही है। इस योजना का लाभ गरीब एवं अमीर सभी तरह के परिवारों के बच्चे ले सकते है। बैठक में बताया गया कि गत वित्तीय वर्ष में बीमारी सहायता योजना के तहत 106 मरीजों के बड़े अस्पतालों में उपचार के लिए 1.21 करोड़ रूपये की मदद दिलाई गई। इस वित्तीय वर्ष मंे अब तक 25 मरीजों के गंभीर रोगों के उपचार के लिए 29.46 लाख रूपये की मदद दिलाई जा चुकी है। कलेक्टर श्रीमती नायक ने बैठक में बताया कि शीघ्र ही कलेक्ट्रेट में बीमारी सहायता योजना व मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना से संबंधित काउन्टर अलग से स्थापित किया जायेगा, ताकि नागरिकों को परेषानी न हो तथा इन योजनाओं के हितग्राहियों की मॉनिटरिंग बेहतर तरीके से की जा सके।  

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