प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सभी आवष्यक तैयारियां करें - कलेक्टर श्रीमती नायक
खण्डवा 20 जून, 2016 - आगामी दिनों में वर्षा के मौसम में किसी भी प्राकृतिक आपदा व बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ कार्य करें तथा अपने अपने विभाग की आपदा प्रबंधन कार्य योजना तैयार कर प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए हरसंभव तैयारी करें। यह निर्देष कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित आपदा प्रबंधन संबंधी जिला स्तरीय बैठक में उपस्थित अधिकारियों को दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री अनुराग सक्सेना, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती शुचिस्मिता सक्सेना, सभी एसडीएम तथा जल संसाधन, लोक निर्माण, नगर निगम, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभागों सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी , जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी भी मौजूद थे।
खतरनाक पुल पुलियाओं पर साइन बोर्ड लगवायें
बैठक में कलेक्टर श्रीमती नायक ने सभी एसडीएम को निर्देष दिए कि वे अपने अपने कार्यालयों के साथ साथ जनपद पंचायतों में भी बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करें तथा उसमें कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दें ताकि प्राकृतिक आपदा की स्थिति में जानकारी का आदान प्रदान हो सके। उन्होंने कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग को निर्देष दिए कि वर्षा ऋतु से पूर्व सभी ऐसे पुल पुलियाओं पर साइन बोर्ड लगवायें जो अधिक वर्षा में खतरनाक सिद्ध होते है। कलेक्टर श्रीमती नायक ने सभी एसडीएम को निर्देष दिए कि वे अपने क्षेत्र में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों के मोबाईल नम्बर, वाहनों, उपलब्ध संसाधनों की जानकारी संकलित रखे। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम स्वास्थ्य समितियों की बैठक हर माह में दो बार आगामी अक्टूबर माह तक आयोजित करने के निर्देष भी दिए ताकि ग्रामीण क्षेत्र में फैलने वाली मौसमी बीमारियों की जानकारी समय पर मिलती रहे और उनसे निपटने में आसानी रहे।
प्राकृतिक आपदा से पीडि़त परिवार को 24 घंटे की समय सीमा में दिलाई जाये राहत
कलेक्टर श्रीमती नायक ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को पेयजल स्त्रोतों का जल शुद्धिकरण के लिए सभी आवष्यक इंतजाम करने के निर्देष भी दिए। उन्होंने जिले के सभी नगरीय क्षेत्रों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी व एसडीएम को संयुक्त कार्यवाही कर ऐसे जर्जर मकानों को चिन्हित करने के निर्देष भी दिए जो वर्षा के कारण गिरने की स्थिति में है, ऐसे मकानों को गिराने के लिए आवष्यक कार्यवाही के लिए भी उन्होंने कहा। उन्होंने सभी एसडीएम से उनके क्षेत्र में पदस्थ वन विभाग एवं नगर सेना के जवानों , आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, पटवारियों, के मोबाईल नम्बर भी एकत्र करने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम अपने क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण संबंधी बैठकें नियमित रूप से ले। उन्होंने सभी एसडीएम से कहा कि प्राकृतिक आपदा से मृत्यु की स्थिति में पीडि़त परिवार को राहत की राषि 24 घंटे की समय सीमा में दिलाने की व्यवस्था की जाये।
दूषित खाद्य सामग्री के विक्रय पर रोक लगायें
कलेक्टर श्रीमती नायक ने जल संवर्धन संबंधी सभी कार्य 30 जून से पूर्व पूर्ण करने के निर्देष संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने तालाब गहरीकरण व जल स्त्रातों की सफाई जैसे जल संवर्धन के कार्य जनभागीदारी से कराने को कहा। उन्होंने खाद्य एवं औषधि प्रषासन एवं नगर निगम के अधिकारियों को निर्देष दिए कि वर्षा ऋतु में डायरिया जैसी बीमारियों को रोकने के लिए दूषित खाद्य सामग्री के विक्रय को रोका जाये तथा दूषित खाद्य सामग्री को नष्ट कराने की व्यवस्था की जाये। कलेक्टर श्रीमती नायक ने एसडीएम पुनासा को निर्देष दिए कि पुनासा में वर्षा मापक यंत्र तत्काल लगवायें, जिस पर अधीक्षक भू अभिलेख ने बताया कि आगामी 3 दिवस में पुनासा में वर्षा मापक यंत्र भी लगा दिया जायेगा।
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