AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Monday 20 June 2016

उद्यानिकी गतिविधियांे का विस्तार करें - कलेक्टर श्रीमती नायक

उद्यानिकी गतिविधियांे का विस्तार करें - कलेक्टर श्रीमती नायक

खण्डवा 20 जून, 2016 - कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में उद्यानिकी एवं पषुपालन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर दोनों विभागों की गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने उद्यानिकी विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देष दिए कि किसानों को उद्यानिकी फसलों के लाभों के बारे में बतायें तथा उद्यानिकी से जुड़े किसानों को समय समय पर नियमित मार्गदर्षन देकर उनका उत्पादन बढ़ाने में मदद करें। उन्होंने कहा कि जिले में टमाटर, मिर्ची व प्याज जैसी फसलों के लिए वातावरण अनुकूल है। इसके अलावा पुष्प उत्पादन को भी बढ़ावा देकर किसानों की आय बढ़ाई जा सकती है। 
      कलेक्टर श्रीमती नायक ने उद्यानिकी विभाग के उप संचालक श्री एस.एम. पटेल से कहा कि किसानों के स्वसहायता समूह बनाकर बीज उत्पादन से लेकर फसल की मार्केटिंग तक की व्यवस्था इन समूहों के माध्यम से कराई जाये। उन्होंने उद्यानिकी विभाग के विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे अपने क्षेत्र के ग्रामों का नियमित दौरा करें तथा किसानों को मार्गदर्षन दें। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही जिले की विभिन्न पंचायतों में स्थित ई पंचायत कक्ष को किसान सेवा केन्द्र के रूप में भी विकसित किया जायेगा ताकि पंचायत के किसान वहां बैठकर आसपास की बड़ी मण्डीयों में फसल के भाव गांव में ही पता लगा सके। कलेक्टर श्रीमती नायक ने सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड व फसल बीमा योजना की सुविधा दिलाने के भी निर्देष दिए। 
वर्षा ऋतु में आयोजित होंगे पषु रोग निदान एवं टीकाकरण षिविर
कलेक्टर श्रीमती नायक ने बैठक में पषु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे क्षेत्र का दौरा कर ग्रामीण क्षेत्र में वर्षा ऋतु में पषुओं में फैलने वाली बीमारियों पर नजर रखे तथा उनके उपचार की समुचित व्यवस्था करें। उन्होंने गौ सेवको को सक्रिय बनाने की आवष्यकता बताई तथा कहा कि गौ सेवको व ग्रामीण क्षेत्र के पषु चिकित्सकों के मोबाईल नम्बर पंचायत की दीवार पर अंकित करायें ताकि जरूरत होने पर ग्रामीणजन उनसे सम्पर्क कर सके। उप संचालक पषु चिकित्सा डॉ. ए.के. पटेरिया ने बैठक में बताया कि वर्षाकाल में पहुंचविहिन ग्रामों मंे पषु चिकित्सा एवं टीकाकरण षिविर आयोजित करने के लिए राषि उपलब्ध है। प्रत्येक विकासखण्ड में 10 षिविर के मान से कुल 70 षिविर जिले में आयोजित किये जायेंगे। 

No comments:

Post a Comment