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Friday 24 June 2016

कायाकल्प अभियान संबंधी संभाग स्तरीय कार्यषाला सम्पन्न

कायाकल्प अभियान संबंधी संभाग स्तरीय कार्यषाला सम्पन्न

खण्डवा 24 जून, 2016 - कायाकल्प अभियान से संबंधित एक दिवसीय संभाग स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला शुक्रवार को आयोजित की गई है। कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए संचालक स्वास्थ्य डॉ. बी.एन. चौहान ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कायाकल्प अभियान के तहत शासकीय अस्पतालों की गुणवत्ता में सुधार का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान से मरीजों को अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगी है। संचालक स्वास्थ्य डॉ. चौहान ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा कायाकल्प अभियान का शुभारम्भ 2 जून 2015 में किया गया था। जिसके तहत् देश की समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं को स्वच्छ बनाने व उत्कृष्ठ संस्थाओं को पुरूस्कृत करने की योजना बनाई गई है। कार्यषाला में इन्दौर संभाग के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय से आर.एम.ओ., पैथालॉजिस्ट, ऑपरेषन थियेटर, इंचार्ज, नर्स एवं लेबर रूम इंचार्ज उपस्थित थे।
संचालक स्वास्थ्य डॉ. चौहान ने कहा कि 2016-17 में कायाकल्प अभियान के तहत् प्रदेश के सभी सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर लागू की जाना हैं।  इन संस्थाओं में से उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं को पुरूस्कृत भी किया जायेगा।  संयुक्त संचालक स्वास्थ्य इंदौर संभाग डॉ. शरद पण्डित ने इस अवसर पर कहा कि इंदौर संभाग के समस्त जिला अस्पताल को उत्कृष्ठ बनाने का प्रयास किया जायेगा।  उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक केन्द्रों का भी स्टाफ अनुसार चयन कर उन्हें भी कायाकल्प कर उत्कृष्ट बनाने का प्रयास किया जायेगा। कायाकल्प अभियान एवं क्वालिटी इंश्योरेंस प्रभारी उपसंचालक डॉ. पंकज शुक्ला द्वारा  प्रजेन्टेशन के माध्यम से अस्पताल के बिल्डिंगों का रखरखाव-साफसफाई, अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण और उपकरणों का क्रियाशील व अन्य अस्पताल की व्यवस्था की जानकारी कार्यषाला में दी गई हैं। डॉ. शक्तिसिंग राठौर आर.एम.ओ. ने जिला अस्पताल खण्डवा में कायाकल्प अभियान के दौरान किए गए कार्यो की जानकारी प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताते हुवें कहा कि अस्पताल का कायाकल्प कैसा किया जाय, उसके लिये नियमित रूप से सुपरविजन कर अस्पताल का कायाकल्प किया जाय।   कायाकल्प अभियान की सलाहकार सुश्री जूही जायसवाल द्वारा बताया गया कि अस्पतालों के रखरखाव के लिए प्रत्येक सेक्शन वाईज नोडल बनाया जाय और नियमित रूप से उस वार्ड या सेक्शन का नियमित रूप से समिक्षा कर कमीयों को दूर किया जाये। विभिन्न जिलों से आये हुऐ अधिकारियों ने जिला अस्पताल खण्डवा में किये गये कायाकल्प का भी अवलोकन किया। कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे0एस0 अवास्या, सिविल सर्जन डॉ0 ओ0पी0 जुगतावत, जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशुतोष घुटे व अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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