सोयाबीन फसल मंे इल्ली के नियंत्रण हेतु किसान आवष्यक उपाय करें
खण्डवा 23 सितम्बर,2015 - उप संचालक कृषि खरगोन ने सोयाबीन फसल मंे इल्ली नियंत्रण एवं कपास में सफेद मक्खी के नियंत्रण के लिए किसानों को उपयोगी सलाह दी है।
उप संचालक कृषि ने बताया कि जिले में समय-समय पर जिला स्तरीय डायग्नोसिस टीम द्वारा ग्रामों में भ्रमण कर किसानों को कृषि संबंधी समसामयिक सलाह दी जा रही है। कहीं-कहीं पर सोयाबीन की जल्दी पकने वाली किस्में जैसे- जेएस 9560 आदि की कटाई शुरू हो चुकी है। किसानों से कहा गया है कि 10 से 12 प्रतिशत नमी रहने पर ही बीज का भंडारण करें। किसानों को सलाह दी गई है कि सोयाबीन उत्पाद को बीज के रूप में उपयोग लाना है तो सोयाबीन की गहाई के लिए थ्रेशर में ड्रम स्पीड 350 से 400 आरपीएम पर ही गहाई करें, जिससे कि बीज की अंकुरण क्षमता पर विपरीत प्रभाव न पड़े। सोयाबीन फसल में इल्ली नियंत्रण हेतु क्यूनालफॉस 25 ईसी 3 एमएल प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें एवं पीला मोजेक से ग्रसित पौधों को उखाड़ कर गड्डे में दबा दंे एवं फसल पर इमिडाक्लोरप्रिड या थायोमिथाक्जाम 1 एमएल प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। कपास में सफेद मक्खी के नियंत्रण के लिए इमिडाक्लोरप्रिड 17.8 एसएल 7 एमएल प्रति 15 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। कपास में पत्तियों एवं डेंडू (घेटा) पर पर्णदाग दिखाई देने पर कार्बेंडाजीम 12 प्रतिशत ़ मेंकोजेब 63 प्रतिशत 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
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