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Friday 25 September 2015

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस पर आयोजित हुई परिचर्चा

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस पर आयोजित हुई परिचर्चा




खण्डवा 25 सितम्बर,2015 - पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में परिचर्चा आयोजित की गई। इस अवसर पर पं. दीनदयाल उपाध्याय के जीवन दर्षन और उनके सिद्धांतों के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम मंे पूर्व विधायक एवं जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री हुकुमचंद यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि पं. उपाध्याय का एकात्म मानववाद का सिद्धांत आज भी उतना ही प्रासंगिक है। प्रदेष सरकार पं. दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांतों व आदर्षो पर चल रही है तथा समाज के सबसे पिछड़े वर्ग के व्यक्ति के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। प्रदेष सरकार की अधिकांष योजनाएं गरीबों व पिछड़े लोगों के कल्याण के लिए ही संचालित हो रही है। प्रदेष सरकार ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी वर्ष गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस दौरान प्रदेष सरकार गरीबों व पिछड़ों की भलाई के लिए नए - नए कार्यक्रम संचालित करेगी। कार्यक्रम में मण्डी अध्यक्ष श्री आनंद मौहे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमित तोमर, अपर कलेक्टर श्री एस.एस.बघेल, एसडीएम पुनासा श्री बी. कार्तिकेयन, एसडीएम हरसूद श्री सुरेष चन्द्र वर्मा सहित विभिन्न अधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर डॉ. प्रतापराव कदम ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के जीवन दर्षन पर विस्तार से जानकारी दी।
प्रोफेसर डॉ. कदम ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के बारे में बताया कि वे बचपन से ही मैधावी विद्यार्थी थे तथा राष्ट्रवादी विचार धारा तथा सादा जीवन उच्च विचार के सिद्धांत का पालन करते थे। उन्होंने पं. दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के सिद्धांत के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि इस सिद्धांत का मूल उद्देश्य विकास के अंतिम झोर पर खडे गरीब को उन्नति के पूरे अवसर देना है। पंडित उपाध्याय के विचार युग प्रेरक हैं। उनके जीवन तथा विचारों से प्रेरणा लेकर हम समाज और देश का विकास कर सकते हैं। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभांरभ पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। 

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