खुशियों की दास्ताँ
लॉकडाउन से धंधा बर्बाद हुआ, तो स्वनिधि योजना ने बुरे वक्त में दी मदद
खण्डवा 31 दिसम्बर, 2020 - कोरोना संक्रमण के कारण लगातार चार-पॉंच माह तक रहे लॉकडाउन से छोटे व्यवसाइयों के धंधे तो लगभग बंद ही हो गए थे। लगातार दुकान बंद रहने से परिवार के संचालन में ही कठिनाई आने लगी थी। लॉकडाउन जब समाप्त हुआ तो इन परिवारों के सामने समस्या यह थी कि वे अपना पुराना व्यवसाय फिर से शुरू कैसे करें, क्योंकि जो कुछ जमा पॅंूजी थी वह घर में रोजमर्रा की जरूरतों पर खर्च हो गई। ऐसे में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना व शहरी स्ट्रीट वेण्डर योजना इन छोटे व्यवसाइयों के लिए वरदान सिद्ध हुई है, क्योंकि इस योजना में इन छोटे व्यवसाइयों को बिना ब्याज के 10 हजार रूपये की एक मुश्त पॅंूजी उपलब्ध कराई गई है, इस पर ब्याज भी नही लग रहा है। इस पॅूंजी की मदद से वे अपना बंद व्यवसाय फिर से चालू कर रहे है।
खण्डवा शहर निवासी काईद जौहर मार्च माह तक घंटाघर क्षेत्र में बैग व पर्स की छोटी सी दुकान संचालित करते थे। उन्होंने अपनी दुकान फिर शुरू करने के लिए नगर निगम खण्डवा में लोन के लिए आवेदन दिया, जिसके कुछ दिन बाद इलाहबाद बैंक शाखा खण्डवा से उनका प्रकरण स्वीकृत हो गया और शहरी स्ट्रीट वेण्डर योजना की मदद से 10 हजार रू. का ऋण उन्हें दुकान शुरू करने के लिए मिल गया। इस राशि की मदद से काईद जौहर ने अब फिर से अपनी दुकान चालू कर ली है। जिससे उन्हें नियमित आय होने लगी है, और वे अपने परिवार का पालन पोषण बेहतर ढंग से कर पा रहे है।
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