‘‘सुशासन दिवस‘‘ पर अधिकारी-कर्मचारियों ने ली सुशासन सम्बंधी शपथ
खण्डवा 24 दिसम्बर, 2020 - भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म-दिवस 25 दिसम्बर के एक दिन पूर्व 24 दिसम्बर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देश अनुसार सुशासन दिवस पर सभी शासकीय कार्यालयों में प्रातः 11 बजे अधिकारी-कर्मचारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के उच्चतम मापदण्डों को स्थापित करने के लिये संकल्पित रहकर शासन को अधिक पारदर्शी, सहभागी, जन-कल्याण केन्द्रित और जवाबदेह बनाने के प्रयास करने की शपथ ली। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में अपर कलेक्टर श्रीमती नंदा भलावे कुशरे ने उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को सुशासन सम्बंधी शपथ दिलाई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती नंदा भलावे कुशरे, डिप्टी कलेक्टर श्री अशोक जाधव व डिप्टी कलेक्टर श्रीमती उषा सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी बाजपेयी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रृद्धांजलि अर्पित की।
अपर कलेक्टर श्रीमती नंदा भलावे कुशरे ने इस अवसर पर कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के उच्चतम मापदण्डों के महत्व को प्रतिपादित करते हुए उनके जन्म दिवस 25 दिसम्बर के एक दिन पूर्व 24 दिसम्बर को सुशासन दिवस मनाया जा रहा है। सरकार में पारदर्शिता और सुशासन को बढ़ावा देने हेतु नागरिकों को जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के एक दिन पूर्व सुशासन दिवस मनाए जाने की घोषणा की। इस वर्ष कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए सुशासन दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्मदिन सुशासन दिवस के रुप में घोषित करने का उद्देश्य सरकारी प्रक्रिया को व्यवहारिक बनाकर देश में एक “खुला और जवाबदेह प्रशासन“ प्रदान करना है। देश में एक पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन उपलब्ध कराने के बारे में लोगों को जागरूक बनाने के लिए सुशासन दिवस मनाया जाता है।
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