राष्ट्रीय शौर्य पुरस्कार के तहत आवेदन आमंत्रित
खण्डवा 18 अक्टूबर, 2019 - भारतीय बाल कल्याण परिषद में 6 वर्ष की आयु से 18 वर्ष तक की आयु के बहादुर बच्चो के लिए राष्ट्रीय शौर्य पुरस्कार 1957 में प्रारंभ किए गए थे। इस आयु वर्ग के ऐसे बच्चे जो त्वरित बुद्वि का उपयोग करते हुए, अपनी आयु के अनुपात में बहादुरी के ऐसे-ऐसे कार्य कर जाते है जिन्हे देख सुनकर हम हतप्रभ रह जाते है। महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्रीमती अंशुबाला मसीह ने बताया कि जिले में 6 से 18 वर्ष तक की आयु के बहादुर बच्चो के लिए मध्यप्रदेष बाल कल्याण परिषद भोपाल द्वारा राष्ट्रीय शौर्य पुरस्कार से सम्मानित करने हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए है। आवेदन प्रारूप तथा आवेदन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, जनपद पंचायत परिसर सिविल लाइन खण्डवा में कार्यालयीन समय में कार्य दिवसों में सम्पर्क कर सकते है।
महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्रीमती मसीह ने बताया कि इस योजना में उन आवेदकों को सम्मिलित किया जायेगा जिन्होंने प्रदेष के जंगलो, पहाड़ो और घाटियो में कभी-कभी ऐसे आश्चर्यजनक घटनाऐ घटती रहती है जैसे किसी घाटी में अपने मॉ, बाप, भाई व बहनो का अनजान व्यक्ति पर भयानक जंगली जानवर आक्रमण कर दे तो पास जाता हुआ बालक या बालिका उन्हें बचाने में अपने आप को झोक दे बिना इस बात की परवाह किये कि इस नेक काम मे उसकी जान भी जा सकती है या रेल बस या किसी भी वाहन की घातक दुर्घटना से किसी के प्राण की रक्षा की जा सके, नदी, नाले, समुद्र के उफनते हुए प्रवाह की परवाह किये बिना किसी की जान बचायी होे। ये सभी या इस तरह के अन्य कृत्य जो बहादुरी के कार्यो की सीमा में आते है। इन कार्याे को आप के सहयोग से ही प्रकाष में लाया जा सकता है।
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