भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सत्यापन कार्यक्रम की तिथि बढ़ाई
खण्डवा 28 अक्टूबर, 2019 - भारत निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के सभी मतदाताओं के सत्यापन की समय-सीमा में वृद्धि की है। आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार पुनरीक्षण से पूर्व इलेक्टर्स वेरिफिकेशन प्रोग्राम की गतिविधियां तथा मतदान केन्द्रों का युक्तियुक्तकरण किया जाना है। इसके लिए 18 नवम्बर अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। प्रारूप निर्वाचक नामावली का प्रकाशन 25 नवम्बर तक किया जाना है। इस प्रारूप निर्वाचक नामावली पर दावे आपत्ति 25 नवम्बर से 24 दिसम्बर के बीच आमंत्रित की गई है। दावे आपत्तियों का निराकरण 10 जनवरी 2020 तक किया जाना है। निराकरण उपरांत पूरक सूची का प्रकाशन 17 जनवरी तक करते हुए निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 20 जनवरी को किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2020 के प्रारूप प्रकाशन के पूर्व जिले के समस्त मतदाताओं के सत्यापन का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण कराया जाना है, जिसके आधार पर जिले में प्रारूप प्रकाशन की अनुमति आयोग से प्राप्त होगी। मतदाता सत्यापन कार्य को समय-सीमा में पूर्ण करने के लिये जिले के सभी विधान सभा क्षेत्रों की समीक्षा की जायेगी। मतदाता सहायता केन्द्र पर जो भी मतदाता सत्यापन, संशोधन के लिये आएंगे उनका सत्यापन उस विधानसभा क्षेत्र के डाटा एन्ट्री आपरेटर लॉगिन से किया जाएगा। प्रत्येक मतदान केन्द्र हेतु नियुक्त बीएलओ द्वारा डोर टू डोर भ्रमण के दौरान क्षेत्र के समस्त मतदाताओं एवं उनके परिवार से व्यक्तिगत सम्पर्क कर सत्यापन का कार्य एवं उनके मकान की लोकेशन को दर्ज करना सुनिश्चित करेंगे। मतदाता सत्यापन मतदाता द्वारा स्वयं वोटर हेल्पलाईन एप्प के माध्यम से, एनव्हीएसपी पोर्टल के माध्यम से, कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से, जिला कान्टेक्ट सेन्टर 1950 के माध्यम से, विधानसभा स्तर पर मतदाता सहायता केन्द्र के माध्यम से संचालित किया जा सकता है।
No comments:
Post a Comment