नर्मदा सेवा यात्रा पहॅुची पुनासा
नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर किया स्वागत
खण्डवा: 6 फरवरी, 2017
नमामि देवि नर्मदे सेवा यात्रा सोमवार को जिले के ग्राम चिकठालिया, दामखेड़ा कला, पुनासा, दोलतपुरा, बोरघड़ रैयत, फिकरी माल होती हुई ग्राम रिछफल पहॅुंची। इस दौरान सभी ग्रामों में स्थानीय ग्रामीणों ने सेवा यात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। यात्रा के मार्ग पर घर-घर के सामने महिलाओं ने रंगोली सजा रखी थी तथा स्थान - स्थान पर स्वागत द्वार भी बनाये गये थे। पुनासा शहर में नर्मदा सेवा यात्रा का लगभग 1 दर्जन स्थानों पर स्वागत किया गया तथा यात्रियों को फलाहार एवं प्रसाद वितरण भी स्थानीय नागरिकों ने किया। इस दौरान गौपालन एवं पषुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामण्डलेष्वर श्री अखिलेष्वरानंद जी महाराज, स्वामी कृष्णध्यानानंद के साथ मध्य प्रदेष जन अभियान परिषद के प्रदेष उपाध्यक्ष श्री राघवेन्द्र गौतम, गौपालन एवं पुषपालन संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री संतोष जोषी, क्षेत्रीय विधायक श्री लोकेन्द्र सिंह तोमर भी मौजूद थे। पुनासा के मांगलिक भवन में श्री अखिलेष्वरानंद जी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को नर्मदा तट पर वृक्षारोपण करने तथा नर्मदा को प्रदूषण मुक्त एवं अविरल बनाने के लिए संकल्प दिलाया। उन्होंने इस दौरान अपने संबोधन मंे कहा कि माँ नर्मदा हमें पवित्र करती है लेकिन हम उसे प्रदूषित कर रहे है। अतः सभी को चाहिए कि नर्मदा नदी के जल को शुद्ध एवं प्रदूषण मुक्त रखने के लिए अपने अपने स्तर से प्रयास करें।
स्वामी अखिलेष्वरानंद जी ने अपने संबोधन में कहा कि नदियों के किनारे के खेतों में रसायनिक उवर्रक डालने से नर्मदा का जल प्रदूषित होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि रसायनिक उवर्रकों के प्रभाव से खेतों में अन्न सब्जी भी प्रदूषित ही उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के दोनों और वृक्षो के लगातार काटे जाने से नर्मदा में जल की मात्रा लगातार कम हो रही है, इसलिए नर्मदा तट के ग्रामों के निवासियों को चाहिए कि वे अधिक से अधिक वृक्ष लगायें। जन अभियान परिषद के प्रदेष उपाध्यक्ष श्री गौतम ने यात्रा के दौरान संबोधित करते हुये कहा कि नर्मदा के प्रति सभी को भक्ति व कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए क्योंकि नर्मदा के जल से जहां एक और प्रदेष के खेतांे में हरियाली छा रही है वहीं दूसरी और प्रदेष में बिजली का पर्याप्त उत्पादन होने से नगर व गांव जगमगा रहे है।
अन्य नदियों को नव जीवन दे रही हैं माँ नर्मदा
ग्राम बोरघड़ रैयत में स्वामी अखिलेष्वरानंद जी ने उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बताया कि नर्मदा पुराण में उल्लेख है कि नर्मदा अनंत समय तक प्रवाहमान रहेगी तथा अन्य नदियों के लिए जीवनदायिनी सिद्ध होगी। उन्हांेने कहा कि आज यह बात सही सिद्ध हो रही है क्योंकि पिछले दिनों क्षिप्रा में नर्मदा को मिलाकर क्षिप्रा नदी को नया जीवन दिया गया है।
21 नवदम्पत्ति भी हुए नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल
पुनासा में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित विवाह सम्मेलन में 21 जोड़ों के विवाह सम्पन्न हुए। सभी 21 नवदम्पत्ति भी नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल हुये। स्वामी अखिलेष्वरानंद जी ने सभी नवदम्पत्तियों के सफल वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएं दी तथा उन्होंने स्वच्छता का संदेष देते हुए सभी नवदम्पत्तियों को एक-एक झाडू व डस्टबिन प्रदान किये।
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