AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Wednesday 22 February 2017

लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के तहत कार्यषाला का आयोजन

लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के तहत कार्यषाला का आयोजन


खण्डवा 22 फरवरी, 2017 -  किषोर न्याय अंतर्गत बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 एवं नियम 2016 लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के संबंध में आज से दो दिवसीय कार्यषाला का शुभारंभ कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक द्वारा मॉं महिला आश्रय गृह गणेष तलाई खण्डवा में माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। 
कलेक्टर श्रीमती नायक ने कार्यषाला को संबोधित करते हुये कहा कि बच्चों के लिए षिक्षा विभाग, श्रम विभाग, पुलिस विभाग आदि मिलकर आपसी समन्वय स्थापित कर काम करें। उन्होंने कहा कि यह अभियान मात्र बैठकें कराने तक सीमित न रहे, इसमें आषा, षिक्षिका, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी इसमें शामिल करें। उन्हांेने कहा कि समर्थ संगिनी समूह में शौर्यादल को भी जोड़े और इन्हें पॉवर पाईन्ट प्रजेन्टेंषन के माध्यम से प्रषिक्षित करें ताकि प्रभावी रूप से इस अभियान को क्रियान्वित कर सके। समर्थ संगिनी समूह बनाये और यह ग्राम की स्वस्थ्य समिति आदि से चर्चा करें ताकि महिला एवं बाल अपराधों का पता लग सके और उनकी मदद की जा सके। साथ ही यह ग्रुप सरकारी एव अषासकीय विद्यालयों में भी जाकर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि हम एक प्रभावी तंत्र का हिस्सा है और अच्छा कार्य करें ताकि हमें अपने आप पर गौरव महसूस हो सके। इस समूह में ग्राम के प्रतिष्ठित सदस्यों को भी इसमें शामिल करने को कहा।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन ने संबोधित करते हुये कहा कि संवेदनषीलता एवं तत्परता की मांग करते है और सबसे अच्छी बात यह है कि सभी विभाग आपसी समन्वय से काम करें। उन्होंने कहा कि डायल 100 सेवा गुम बच्चों को परिवार से मिलाने में अहम भूमिका निभा रही है। साथ ही उन्होंने अपना मोबाईल नम्बर देकर कहा कि बच्चों के घूमने, अवैध कार्यो आदि की जानकारी दें। हम देखते है कि कई बार लोग पुलिस को जानकारी देने में डरते है, अतः आपका सहयोग महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सामाजिक आर्थिक कारणों से बच्चे यदि अपराध में लिप्त है तो उक्त नम्बर पर सूचित करें।  इस दौरान उपसंचालक महिला सषक्तिकरण इंदौर श्रीमती मंजुला तिवारी ने बताया कि महिला सषक्तिकरण विभाग ने सर्वे कराया था जिसमें 86 प्रतिषत बच्चों का शोषण हुआ है और जब से यह अधिनियम बना है तब से ऐसे प्रकरणों में कमी आई है। 
इस अवसर पर वनस्टॉप सेंटर प्रभारी श्रीमती रीता नाथ ने भी संबोधित किया तथा सभी का आभार माना।  इस दौरान संयुक्त कलेक्टर श्रीमती प्रियंका गोयल, डीपीओ श्री संजय भारद्वाज, महिला सषक्तिकरण अधिकारी श्रीमती हेमलता सोलंकी, मॉं आश्रय गृह की संचालिका अनिता , मास्टर टेªनर्स, सभी विकासखण्डों के विभिन्न अधिकारी, कर्मचारी एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के सदस्य मौजूद थे। 

No comments:

Post a Comment