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Tuesday 23 August 2016

डेंगू के उपचार में लापरवाही नहीं बरतें

डेंगू के उपचार में लापरवाही नहीं बरतें

खण्डवा 23 अगस्त, 2016 - डेंगू एडिज मच्छरों के काटने से होता है । यदि दो से सात दिन तक बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, आंखों के आसपास दर्द, छाती और दोनों हाथों में लाल चकत्ते एवं संक्रमण की गंभीर अवस्था में नाक, मसूड़ों, पेट या आंत से खून रिसाव होने लगता है। यदि ऐसे लक्षण पाये जाते हैं तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर परामर्श, जांच एवं उपचार लेना चाहिये।
डेंगू से बचाव
डेंगू रोग एडिज मच्छरों के काटने से होता है जो कि घरों में साफ पानी से भरे कन्टेनर, अण्डरग्राण्ड टैंक, बैरल, टायर, सीमेंट की टंकिया, बाल्टियां, कूलर, घर की छतों पर अनुपयोगी सामान, टूटे-फूटे बर्तनों आदि में भरे पानी में पनपते हैं। इन सभी बर्तनों में से सप्ताह में एक बार पानी खाली करना चाहिये तथा पानी भरने से पूर्व बर्तनों को अच्छी तरह रगड़कर साफ करना चाहिये। लार्वा को नष्ट करने के लिए टेमाफॉस का छिड़काव किया जाता है। साथ ही कूलर में लगी पुरानी खस को निकाल कर जला दें तथा नई खस का उपयोग करना चाहिए। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिये एवं पूरी आस्तीन के कपड़े पहनना चाहिये।

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