महिला स्वसहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करें बैंकर्स
कलेक्टर श्रीमती नायक पंधाना की बैठक में दिए निर्देष
खण्डवा 31 अगस्त, 2016 - कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने बुधवार को पंधाना जनपद पंचायत कार्यालय के सामुदायिक भवन में आयोजित बैंकर्स की बैठक में उन्हें निर्देष दिए कि वे शासन की विभिन्न योजनााओं के तहत महिलाओं को तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऋण दें। साथ ही लाभान्वित हितग्राही महिलाओं को आवष्यक प्रषिक्षण भी दिया जायें। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को उनकी रूचि के अनुसार व्यवसाय स्थापित करने में मदद दी जायें। कलेक्टर श्रीमती नायक ने इस दौरान कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में सेनेटरी नेपकिन उत्पादन के व्यवसाय में अच्छी संभावनाएं हैं। इसके साथ ही मसाला उत्पादन, दाल उत्पादन, जैविक खाद तैयार करने, रेषम उत्पादन तथा दोना पत्तल उत्पादन इकाई स्थापित करने जैसे व्यवसायों से भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता हैं। कलेक्टर श्रीमती नायक ने बैंकर्स से कहा कि भारत सरकार के स्टार्टअप इण्डिया कार्यक्रम तथा मुद्रा योजना के तहत महिलाओं को ऋण दिया जा सकता हैं। उन्होंने सभाकक्ष में उपस्थित महिलाओं समझाया कि वे आगे बढ़कर सरकारी योजनाओं का लाभ लें तथा आत्मनिर्भर बनें जिससे अपने परिवार का बेहतर ढंग से पालन पोषण कर सके। उन्होंने कहा कि महिलाओं को इन व्यवसायों की स्थापना से पूर्व पंधाना में ही आवष्यक प्रषिक्षण दिलाने की व्यवस्था भी की जायेंगी। कलेक्टर श्रीमती नायक ने ग्राम दिवाल के महिला स्वसहायता समूहों को सेनेटरी नेपकिन उत्पादन इकाई स्थापित करने के लिए आवष्यक प्रषिक्षण दिलाने के निर्देष भी दिए। बैठक में सहायक कलेक्टर सुश्री अदिति गर्ग, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती शुचिस्मिता सक्सेना सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे।
दुग्ध उत्पादन दुगुना करने के लिए बैंकर्स डेयरी व्यवसाय के लिए दें ऋण
कलेक्टर श्रीमती नायक ने बैंकर्स को बैठक में निर्देष दिए कि खेती को लाभ का धंधा बनाने के प्रदेष सरकार की घोषणा के पालन में खेती के साथ साथ खेती से जुड़े अन्य व्यवसायों को प्रोत्साहित किये जाने की आवष्यकता हैं। इसके लिए किसानों को पषुपालन के लिए भी ऋण दिये जाने की कार्ययोजना तैयार की गई हैं। इस कार्य योजना अनुसार अच्छे पषुपालकों का चयन कर उन्हें सहकारी बैंक व अन्य राष्ट्रीयकृत व ग्रामीण बैंकों के माध्यम से ऋण दिलाया जायेगा तथा जिले का दुग्ध उत्पादन दुगुना करने का लक्ष्य प्राप्त करने का प्रयास किया जाये। उन्होंने बैठक में कहा कि पंधाना में जल संरक्षण के लिए तालाब निर्माण के लिए मनरेगा व जनभागीदारी से राषि उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने उपस्थित उपयंत्रियों से इसके लिए सही स्थान का चयन कर प्राकलन तैयार करने के निर्देष दिए।
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