किसानों को खाद बीज सही मात्रा में व सही मूल्य पर उपलब्ध करायें
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने कृषि व सहकारिता के अधिकारियों को दिए निर्देश
खण्डवा 21 नवम्बर, 2019 - जिले के किसानों की खेती संबंधी समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर कृषि व सहकारिता विभाग के अधिकारी निराकृत करें। किसानों को उनकी बोई गई भूमि के रकबे के अनुसार पर्याप्त मात्रा में खाद बीज उपलब्ध हो तथा सही मूल्य का खाद बीज किसानों को मिले यह सुनिश्चित किया जाये। यह निर्देश कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में दिए। बैठक में उप संचालक कृषि श्री आर.एस. गुप्ता, व उपायुक्त सहकारिता श्री पाटनकर भी मौजूद थे। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने कृषि व सहकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस बात का प्रचार प्रसार करवाये कि सोसायटियों के माध्यम से उन किसानों को भी नगद भुगतान तथा बोए गए रकबे के आधार पर खाद उपलब्ध कराया जायेगा, जो कि सोसायटी के सदस्य नही है।
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने उपसंचालक कृषि को निर्देश दिए कि किसानों को कीटनाशक एवं खाद बीज उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करें तथा किसानों को समय समय पर आवश्यक मार्गदर्शन भी देने की व्यवस्था करें। उन्होंने उपायुक्त सहकारिता को निर्देश दिए कि सभी सोसायटियों में फसल बीमा के हितग्राही किसानों की सूची प्रदर्शित करें तथा सर्वे के बाद जिन किसानों की फसल क्षति हुई है उनकी सूची भी सूचना पटल पर चस्पा करें। इस दौरान किसानों ने खाद बीज उपलब्ध न होने संबंधी शिकायत कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल से की। उप संचालक कृषि श्री गुप्ता ने इस दौरान बताया कि किसानों के लिए खाद बीज पर्याप्त मात्रा में सहकारी सोसायटीयों व निजी विक्रेताओं के यहां उपलब्ध है। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने उपायुक्त सहकारिता को निर्देश दिए कि उर्वरक मूल्यों की सूची भी सोसायटी पर प्रदर्शित करें।
उपसंचालक कृषि श्री गुप्ता ने इस दौरान बताया कि किसानों को उर्वरक देते समय कृषक की ऋण पुस्तिका में उसे दिये गए उर्वरक का इन्द्राज भी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कृषकों को प्रति हेक्टेयर के मान से बेसल डोज एवं टॉप ड्रेसिंग के लिए उर्वरक की मात्रा दी जायेगी। उन्होंने बताया कि बोनी के समय प्रति हेक्टेयर खेत के लिए गेहूं के लिए 2 बेग यूरिया, 7 बेग सुपर फास्फेट व 2 बेग पोटाश उर्वरक दी जायेगी। बोनी के 20 दिन बाद किसान को 2 बेग यूरिया पुनः दी जायेगी। इसी तरह चने की फसल के लिए बोनी के समय प्रति हेक्टेयर खेत के लिए 2 बेग डीएपी, 2 बेग सुपर फास्फेट व 2 बेग पोटाश उर्वरक दी जायेगी। मक्का की फसल के लिए बोनी के समय प्रति हेक्टेयर खेत के लिए 2 बेग यूरिया, 7 बेग सुपर फास्फेट व 2 बेग पोटाश उर्वरक दी जायेगी। बोनी के 20 दिन बाद किसान को 2 बेग यूरिया पुनः दी जायेगी।
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