खुशियों की दास्तां
पेपर कप इंड्रस्ट्री स्थापित कर, बेरोजगार धीरज बना एक सफल उद्यमी
खण्डवा 24 नवम्बर, 2019 - इंदौर रोड खण्डवा निवासी धीरज पटेल ने पढ़ाई पूरी करने के बाद सरकारी नौकरी न चुनते हुए खुद का उद्योग शुरू करने का निर्णय लिया। धीरज का मानना था कि उद्योग लगाकर व खुद तो आत्मनिर्भर बनेगा ही साथ ही अपने आसपास रहने वाले कुछ गरीब बेरोजगारों को रोजगार भी दे सकेगा। धीरज ने पहले इंदौर के एक निजी उद्योग में कुछ दिन नौकरी कर अनुभव प्राप्त किया, जब उसका आत्मविश्वास बढ़ गया तो खुद का उद्योग शुरू करने का मन बना लिया, लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों के कारण उद्योग शुरू करने के लायक पूंजी धीरज के पास नही थी। इसलिए धीरज ने अपना उद्योग शुरू करने के लिए ऋण लेने हेतु जिला उद्योग केन्द्र जाकर जानकारी ली, जहां उसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के बारे में ज्ञात हुआ।
धीरज ने जिला उद्योग केन्द्र से मिले मार्गदर्शन के आधार पर निर्णय लिया कि वह पेपर कप बनाने की यूनिट प्रारंभ करेगा। इसके लिए उसने उद्योग कार्यालय में आवेदन भी कर दिया, कुछ ही दिनों में उसका 7 लाख रूपये का ऋण प्रकरण स्वीकृत हो गया और नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक आनंद नगर शाखा ने उसे इसके आधार पर 7 लाख रू. का ऋण पेपर कप उद्योग शुरू करने के लिए दे दिया। कुछ ही दिनों में धीरज पेपर कप बनाने वाली फेक्ट्री का मालिक बन गया, जहां उसने अपने जैसे अन्य युवाओं को भी रोजगार उपलब्ध कराया है। धीरज बताता है कि सभी खर्चे व बैंक किश्त निकालने के बाद भी हर माह उसे लगभग 50 हजार रूपये की आय नियमित रूप से हो जाती है, जिससे घर का खर्चा आसानी से चल जाता है। अब धीरज और उसके परिवारजन बहुत खुश है।
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