AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Tuesday 26 November 2019

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने मनाया संविधान दिवस

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने मनाया संविधान दिवस

खण्डवा 26 नवम्बर, 2019 - जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री एल.डी. बौरासी के मार्गदर्शन व श्री सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव विशेष न्यायाधीश की अध्यक्षता में मंगलवार को ए0डी0आर0 सेन्टर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला न्यायालय परिसर खण्डवा में संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर संविधान के प्रति जागरूकता के संबंध में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में श्री सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव विशेष न्यायाधीश, खंडवा ,प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय श्री रविन्द्र सिहं कुश्वाह , जिला अधिवक्ता संघ खण्डवा के अध्यक्ष श्री अरूण दुबे प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश श्री हरिओम अतलसिया, अपर सत्र न्यायाधीश व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,खण्डवाश्री बी.एल. प्रजापति खण्डवा, चतुर्थ अपर सत्र न्यायाधीश श्रीमति किरण सिहं, तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश श्री के0पी0मरकाम, मुख्य न्यायिक मजिस्ट््रेट श्रीमति रश्मि वाल्टर, न्यायिक मजिस्ट््रेटगण श्री विश्वदीपक तिवारी, श्री कपिल वर्मा, सुश्री मधुलिका मूले, श्रीमति पूर्णिमा कोठे, कु0सौम्या साहू, कु0आयुषी गुप्ता, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई ,प्रशिक्षू मजिस्ट््रेट अन्नपूर्णा यादव,  श्री यतिन्द्र अग्रवाल, श्री विवेक राजन, श्री मनीष रघुवशी, रिटेनर अधिवक्ता श्री प्रशांत मालवीय, श्री शैलेन्द्र कलमे, आदि एवं पैरालीगल वालेटियर्स श्री गणेश कनाडे, सुश्री मोना दफतरी श्री मनोज वर्मा आदि पैरालीगल वालेटियर्स , अधिवक्ता, लॉ स्टूूडेंट,न्यायालीन स्टाफ, सामाजिक कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में श्री सुरेन्द्र श्रीवास्तव विशेष न्यायाधीश खण्डवा ने कहा कि हम भारत के नागरिक है तथा अगर नागरिक संविधान में दिये गये कर्तव्यों का अच्छे से पालन करेगें तो उन्हें संविधान में दिये गये अधिकार प्राप्त होते रहेगें। साथ ही उनके द्वारा कहा कि यदि भारत के संविधान को समझना है तो भारत के संविधान की प्रस्तावना को समझे प्रस्तावना में ही भारत के संविधान का मूल भाव अंकित है साथ ही उनके द्वारा संविधान में दिये गये कानून आदि की जानकारी दी । 
इस अवसर श्री प्रजापति ने कहा कि संविधान कानूनों का कानून है , संविधान में भारतीय कानून सुधारात्मक प्रवृत्ति का है उनके द्वारा बताया गया कि भारतीय संविधान के तीन अंग है न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका है।  आज जो हमे इतना सशक्त संविधान मिला है उसकी कल्पना डॉ. बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर द्वारा किये गये उत्कृष्ट योगदान के बिना संभव नही थी । इस अवसर पर न्यायिक मजिस्ट््रेट श्री विश्व दीपक तिवारी द्वारा कहा गया कि संविधान मूल भावना पर आधारित है तथा उक्त संविधान के निर्माण में लगभग दो वर्ष ग्यारहा माह लगे तथा आज हमे इतना सशक्त व मजबूत संविधान प्राप्त हुआ है इस सविधांन की गरिमा व मान सम्मान बनाये रखना हम सभी का कर्तव्य है। इस अवसर पर श्री कपिल वर्मा द्वारा कहा गया कि जिस देश का संविधान जितना अधिक सशक्त व अच्छा होगा वह देश तथा उसके नागरिक का विकास भी उतना ही संभव होगा । 
इस अवसर पर जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई द्वारा कहा गया कि भारत का संविधान जो कि धर्मनिरपेक्षता पर आधारित है तथा यहा पर सभी धर्मो के लोगों के लिये समान अधिकार दिये गये है तथा भारतीय संविधान किसी भी व्यक्ति के मध्य उसके धर्म , रीतिरिवाज जाति आदि के आधार पर भेद भाव नही करता है । इस अवसर पर अध्यक्ष श्री अरूण दुबे द्वारा कहा गया कि अगर हम एक दूसरे की भावना को ठेस न पहुॅचाए तथा हर नागरिक दूसरे नागरिक व धर्म का सम्मान करे तथा यह भावना रखे कि हम सभी भारतीय है तो यही सविधांन के प्रति सच्ची श्रद्धा है। इस अवसर श्री रिटेनर अधिवक्ता श्री प्रशांत मालवीय, श्री गणेश कनाडे  द्वारा अपने विचार व्यक्त किये गये ।

No comments:

Post a Comment