किसानों को खेती की नवीन तकनीकों की जानकारी दी जाये
- कलेक्टर श्री गढ़पाले
खण्डवा 27 सितम्बर, 2018 - कलेक्टर श्री विषेष गढ़पाले ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कृषि, सहकारिता, पषुपालन, मत्स्य पालन, कृषि विज्ञान केन्द्र सहित खेती से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें समझाइष दी कि सभी विभाग मिलकर किसानों को अपने-अपने विभाग से संबंधित नवीन तकनीकों की जानकारी दें तथा शासन द्वारा किसानों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने में किसानों की मदद करें , ताकि किसान भाई उनका लाभ लेकर अपना आर्थिक स्तर सुधार सके। बैठक में उन्होंने मत्स्य विभाग व सहकारी बैंक के अधिकारियों को जिले के सभी पात्र मछुआरों के फ्रिषर मेन के्रडिट कार्ड तैयार कराने के निर्देष दिए। उन्होंने परियोजना संचालक आत्मा तथा उपसंचालक कृषि को निर्देष दिए कि किसानों को मधुमक्खी पालन, मषरूम उत्पादन व लाख उत्पादन का प्रषिक्षण दिलाया जाये तथा इन व्यवसायों को स्थापित करने में उन्हें हर संभव मदद दिलाई जाये ताकि वे खेती के अलावा इनसे अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकें। बैठक में उपसंचालक कृषि श्री आर.एस. गुप्ता, उपसंचालक पषु चिकित्सा डाॅ. जितेन्द्र कुल्हार, पीडी आत्मा श्री आनंद सिंह सोलंकी, सहायक संचालक मत्स्य उद्योग श्री सोनी, सहकारी बैंक के सीईओ सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री गढ़पाले ने बैठक में कहा कि प्रदेष सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए हर तरह से किसानों की मदद कर रही है। खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए आवष्यक है कि किसान खेती के साथ साथ उससे जुड़ी अन्य गतिविधियों में सक्रिय रहकर अपनी आय बढ़ा सकते है। उन्होंने उप संचालक कृषि को निर्देष दिए कि खेती के जैविक तरीकों के बारे में किसानों को प्रषिक्षित किया जाये। कलेक्टर श्री गढ़पाले ने उपस्थित सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिए कि सभी अधिकारी व उनके अधीनस्थ कर्मचारी लोक सेवक एप डाउनलोड कर उस पर अपनी दैनिक उपस्थिति तथा दौरों की जानकारी अपलोड करते रहे, अन्यथा उनका वेतन आहरण होने में समस्या आ सकती है। उन्होंने सहायक संचालक मत्स्य उद्योग श्री सोनी को जिले का मत्स्य उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रयास करने के निर्देष दिए। कलेक्टर श्री गढ़पाले ने परियोजना संचालक आत्मा श्री सोलंकी को निर्देष दिए कि जिले के किसानों को खेत तीर्थदर्षन योजना के तहत जिले के बाहर व अन्य राज्यों में भेजकर उन्हें खेती की उन्नत तकनीक व जैविक खेती के बारे में जानकारी दिलायी जाये।
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