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Monday 24 September 2018

स्वसहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनायें - कलेक्टर श्री गढ़पाले

स्वसहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनायें - कलेक्टर श्री गढ़पाले

ग्रामीण आजीविका मिषन की समीक्षा बैठक सम्पन्न
खण्डवा 24 सितम्बर, 2018 - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गठित स्वसहायता समूहों को सक्रिय किया जाये, उनकी नियमित बैठके आयोजित हो तथा समूह की महिलाओं में बचत की आदत विकसित हो। समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समय-समय पर चक्रिय पूॅंजी उपलब्ध कराई जाये। यह निर्देष कलेक्टर श्री विषेष गढ़पाले ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री बी.एस. इवने, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डी.के.नागेन्द्र एवं सहायक कलेक्टर श्री सौरभ सोनवणे सहित विभिन्न जिला अधिकारीगण मौजूद थे।
कलेक्टर श्री गढ़पाले ने बैठक में कहा कि जिले में जो स्वसहायता समूह निष्क्रिय स्थिति में है उन्हें सक्रिय किया जाये तथा नए स्वसहायता समूह भी गठित किए जायें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं में बचत की आदत डालने तथा उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के लिए ग्रामीण आजीविका मिषन एक अच्छा माध्यम है। उन्होंने कहा कि आदिवासी गरीब महिलाओें को मुर्गी पालन व्यवसाय के लिए प्रषिक्षण दिया जायें, जिससे मुर्गी पालन कर वे अपनी आय बढ़ा सके। इसी तरह मषरूम उत्पादन, शहर उत्पादन, दुग्ध उत्पादन, मसाला उद्योग, रेषम उत्पादन, जैविक खाद व लाख उत्पादन जैसे कार्यो में भी स्वसहायता समूहों के सदस्यों को जोड़कर उनकी आय बढ़ाई जा सकती है तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।

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