पटाखों का कचरा पृथक संग्रहित कर निष्पादित करने की अपील
खण्डवा 14 अक्टूबर 2016 -दीपावली पर्व के दौरान पटाखों में बारूद एवं अन्य खतरनाक रसायनों का उपयोग होने के कारण परिवेशीय वायु की गुणवत्ता एवं ध्वनि स्तर में प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। जो मानव अंगों के लिए हानिकारक है। पटाखों के जलने से उत्पन्न कागज के टुकडे एवं अधजली बारूद बच जाती है। इस कचरे के संपर्क में आने वाले पशुओं एवं बच्चों के दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना रहती है। मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा अपील की गई है कि पटाखों को जलाने के पश्चात उत्पन्न कचरे को घरेलू कचरे के साथ न रखें बल्कि उन्हें अलग स्थान पर संग्रहित कर उसका निष्पादन करायें । इसी प्रकार ज्वलनशील एवं ध्वनिकारक पटाखों के नियंत्रण हेतु ध्वनि स्तर मानक निर्धारित किये गए है। सुप्रिम कोर्ट के निर्देशानुसार रात्रि 10 से प्रातः 6 बजे तक ध्वनि कारक पटाखों को चलाना पूर्णतः प्रतिबंधित होगा।
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