AAPKI JIMMEDARI

AAPKI JIMMEDARI

Monday 17 October 2016

महिलाएं अपनी शक्ति को पहचानें और खुद को कमजोर न समझें - कलेक्टर श्रीमती नायक

महिलाएं अपनी शक्ति को पहचानें और खुद को कमजोर न समझें
- कलेक्टर श्रीमती नायक


खण्डवा 17 अक्टूबर 2016 - नारी शक्ति खुद ही सषक्त है उसे केवल अपनी शक्ति पहचानने की आवष्यकता है वे अपने आपको कमजोर न समझें। जिले की महिलाओं व बालिकाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिये वे हर संभव प्रयास किये जायेंगे। यह बात कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने स्थानीय गौरीकुंज सभागृह में महिला सषक्तिकरण विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यषाला मंे उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कि महिला सषक्तिकरण के लिए जिले में ‘‘पंख‘‘ कार्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है। जिसके तहत महिलाओं को संरक्षण देने का अधिकतम प्रयास किया जायेगा। कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीष श्री आर.के.एस. गौतम, पुलिस अधीक्षक डॉ. महेन्द्र सिंह सिकवार, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री विक्रम बुले, सहायक कलेक्टर सुश्री अदिति गर्ग एवं न्यायाधीष श्री हेमन्त यादव भी मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मॉं सरस्वति के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं को महिला सषक्तिकरण संबंधी एक फिल्म दिखाई गई, जिसमें छात्राओं द्वारा शरारती तत्वों से संघर्ष को प्रदर्षित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं के प्रष्नों के जवाब भी उपस्थित अधिकारियों ने दिये। 
कलेक्टर श्रीमती नायक ने कहा कि हमें अपने घरों मंे बालिकाओं को बचपन से ही उनकी शक्ति का एहसास कराना चाहिए। यदि घरों मंे पुरानी मानसिकता की तरह बालिकाओं को बचपन से ही डराया जाता रहेगा तो वे बड़ी होकर भी अपने आपको कमजोर मानेगी। उन्होंने कहा कि जबतक महिलाएं व बालिकाएं अपने आपको खुद सषक्त नही मानेगी तब तक दुनिया की कोई भी ताकत उन्हें सषक्त नही बना सकती है। उन्होंने कहा कि जब संविधान में महिलाओं के साथ भेदभाव नही किया है तो हम भेदभाव करने वाले कोन होते है। 
जिला एवं सत्र न्यायाधीष श्री गौतम ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान ने महिलाओं को पुरूषों के बराबर ही अधिकार दिये है, आज सभी पदों पर महिलाएं नियुक्त होने लगी है। उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण लोगों को कानून में उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करता है। महिलाओं को कानून द्वारा उनके संरक्षण व सुरक्षा के लिए दिये गये अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए ताकि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ सके। उन्होंने बताया कि शासकीय कार्यालयों में कार्यरत महिलाओं के संरक्षण के लिए उच्चतम न्यायालय के निर्देषानुसार समितियां गठित की गई है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को घूरना व स्पर्ष करना भी अपराध की श्रेणी में आते है, यदि किसी महिला या बालिका इस संबंध में षिकायत दर्ज कराती है तो दोषी व्यक्ति के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा एवं घरों में रिष्तेदारों एवं परिचितों द्वारा किये जाने वाले लैगिंग शोषण को रोकने के लिए भी कानून बनाया गया है, आवष्यकता महिलाओं व बालिकाओं के द्वारा इस संबंध में षिकायत दर्ज कराने की है, ताकि दोषी व्यक्ति को दण्डित किया जाये। 
पुलिस अधीक्षक डॉ. सिकरवार ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की महिलाएं अब अबला नही बल्कि सबला हैं। उन्होंने कहा कि ओलम्पिक में पुरूषों से अधिक मेडल महिलाएं जीत रही है। महिलाएं अब अपने अधिकारों के प्रति बहुत जागरूक है। पुलिस अधीक्षक डॉ. सिकरवार ने कहा कि महिलाओं व बालिकाओं को स्कूल, कॉलेजों, व कार्यस्थलों के बाहर सुरक्षा देने के लिए खण्डवा में कोड रेड टीम गठित की गई है। यदि कोई शरारती तत्व बाजार में या स्कूल कॉलेज के बाहर छेड़छाड़ करते है तो उसकी सूचना सीधे कोड रेड टीम के दूरभाष क्रमांक पर जरूर दें। उन्होंने कहा कि छात्राओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ की षिकायत उन्हें अपने स्कूल या कॉलेज के प्राचार्य या षिक्षकों अथवा अपने पालकों से जरूर करना चाहिए। इस तरह की छेड़छाड़ की घटनों को छुपाना नही चाहिए क्योंकि छुपाने से अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही नही हो पाती है और उनके होसलें बुलंद होते है। 
युवा सपनों कीे उंची उड़ान में मददगार सिद्ध होेगा च्।छज्ञभ् ‘‘पंख‘‘ कार्यक्रम 
कलेक्टर श्रीमती नायक ने इस दौरान कि महिलाओं एवं बालिकाओं को षिक्षा व  स्वरोजगार में मदद देने तथा उनके आत्म विष्वास व आत्मबल को बढ़ाने के उद्देष्य से ‘‘पंख‘‘ कार्यक्रम में जिले में प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होनें बताया कि च्।छज्ञभ् ‘‘पंख‘‘ कार्यक्रम में सेल्फ प्रोटेक्षन अर्थात संरक्षण, अवेयरनेस अर्थात जागरूकता, न्यूट्रिषन अर्थात पोषण, नॉलेज अर्थात ज्ञान तथा हाईजिन अर्थात स्वास्थय को लक्षित बनाकर कार्य किया जायेगा। इस कार्यक्रम के तहत जिले के विद्यार्थियों, शौर्य दल के सदस्यों व जागरूक युवाओं को शामिल किया जायेगा। उन्होनें बताया कि खण्डवा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गत दिनों किये गये भ्रमण के दौरान गांव की बालिकाओं व महिलाओं की परेषानियों को देखते हुए जिले में पंख कार्यक्रम प्रारंभ करने का निर्णय उन्होनें लिया है। इस कार्यक्रम के तहत युवाओं व युवतियों के समन्वित विकास के लिये कार्यक्रम प्रारंभ किये जायेंगे। जिनमें बालिका षिक्षा, महिलाओं को रोजगार के लिये आवष्यक प्रषिक्षण व मदद दी जायेगी।

No comments:

Post a Comment