प्रदेश में 18 लघु वनोपजों का समर्थन मूल्य पहली बार निर्धारित किया गया
वन मंत्री डॉ. शाह के निर्णय से वनवासियों की आय बढ़ेगी, बिचोलियों से मिलेगी मुक्ति
खण्डवा 20 नवम्बर, 2020 - राज्य शासन द्वारा 32 लघु वनोपजों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किए गए हैं। इनमें 18 लघु वनोपजों की प्रजातियों के समर्थन मूल्य पहली बार शामिल किए गये हैं। इसमें प्रमुख रूप से गिलोय, कालमेघ, गुडमार और जामुन बीज शामिल हैं। प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने बताया है कि इस वर्ष अप्रैल माह में 14 लघु वनोपजों के न्यूनतम मूल्य में वृद्धि भी की गई है। इसमें महुआ फूल, अचार गुल्ली, शहद, पलास लाख एवं कुसुम लाख शामिल हैं। इस तरह प्रदेश में अब तक 32 लघु वनोपजों का न्यूनतम मूल्य निर्धारित किया जा चुका है। लघु वनोपजों के संग्रहण मूल्य निर्धारित होने से वनवासियों को इन वनोपजों के लिए बिचौलियों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा, इससे उनके आर्थिक हालात भी सुधरेंगे।
राज्य सरकार द्वारा जिन 18 लघु वनोपजों का पहली बार समर्थन मूल्य प्रति किलोग्राम निर्धारित किया गया है, उनमें जामुन बीज 42 रुपये, आंवला गूदा 52 रूपये, मार्किंग नट (भिलावा) 9 रुपये, अनन्त फूल 35रुपये, अमलतास बीज 13 रुपये, अर्जुन छाल 21 रुपये, गिलोय 40 रुपये, कोंच बीज 21 रुपये, कालमेघ 35 रुपये, बायबिडंग बीज 94 रुपये, धवई फूल 37 रुपये, वन तुलसी पत्तियाँ 22 रुपये, कुटज (सूखी छाल) 31 रुपये, मकोय (सूखी छाल) 24 रुपये, अपंग पौधा 28 रुपये, इमली (बीज सहित) 36 रुपये, शतावरी की सूखी जड़ 107 रुपये और गुडमार लघु वनोपज 41 रुपये प्रति किलोग्राम न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है।
No comments:
Post a Comment