कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत बच्चों व किशोरी बालिकाओं को खिलाई गई गोली
खण्डवा 28 सितम्बर 2020 - ‘‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति‘‘ कार्यक्रम के तहत् सोमवार को 1 से 19 वर्षीय बच्चे व किषोरी बालिकाओं को एल्बेंडाजोल कृमिनाषक गोली खिलाई गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.एस. चौहान ने बताया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता व आंगनवाडी कार्यकर्ता और आषा कार्यकर्ता द्वारा घर घर जाकर गोली खिलाई जा रही है। जिलें में शहरी क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्र में यह कार्यक्रम 28 सितम्बर से 7 अक्टूम्बर 2020 तक चलाया जायेगा। गोली खिलाने के साथ साथ ग्रामीण व आमजनो को स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा स्वास्थ्य के प्रति समझाईश भी दी जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चौहान ने बताया कि कृमि से शरीर में प्रतिकूल प्रभाव पड़ते है, कृमि होने से बच्चों के शारीरिक, मानसिक विकास में वृद्धि अवरूद्ध हो जाती है, कृमि कई कारणों से बच्चों के पेट में पहुंच सकते है नंगे पैर खेलने, बिना हाथ धोये खाना खाने, खुले में शौच करने, साफ सफाई ना रखने से होते है। कृमि होने से खून की कमी अर्थात एनीमिया कुपोषण, भूख न लगना थकान और बेचैनी, पेट में दर्द मिलती, उल्टी और दस्त आना, मल से खून आना, आदि हानिकारक प्रभाव हो सकते है। बच्चों को कृमि नाशक गोली खिलाने से कई तरह के लाभ होते है खून कमी में सुधार आना, बेहतर पोषण स्तर, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ना, स्कूल और आंगनवाड़ी केन्द्रों में उपस्थिति बढ़ना तथा सिखने की क्षमता में सुधार लाने में मदद करती है। डॉ चौहान ने सभी पालकों से अपील की है कि अपने बच्चों को गोली कृमिनाषक गोली अवष्य खिलावें।
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