गांवों को ‘‘खुले में शौच से मुक्त‘‘ बनाने के लिये तत्काल कार्यवाही करें
खण्डवा 22 फरवरी, 2016 - ग्रामीण क्षेत्र में लोग खुले में शौच करने न जायें बल्कि अपने घरों में शौचालय बनवाये, इसके लिये ग्रामीणों को प्रेरित किया जाये। यह निर्देष कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल ने जिले के सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों व एसडीएम को आज कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि एसडीएम व सीईओ अपने अपने क्षेत्र के 5-5 ग्रामों को खुले में शौच से मुक्त ग्राम बनाने का संकल्प लें। ग्रामीणों को खुले में शौच से रोकने के लिये गांव के बच्चों को प्रेरित करें तथा बच्चों की वानर सेना तैयार करें। उन्होंने सभी सीईओ को चयनित 5-5 ग्रामों में सुबह 4 बजे उठकर उन ग्रामों में जायें तथा गांव की वानर सेना की मदद से ग्रामीणों को खुले में शौच करने से रोकंे। उन्होंने खुले में शौच करने वाले ग्रामीणांे को खुले में शौच करने से रोकने के लिए प्रेरित करने हेतु फूल भेंट करने, सीटी बजाने जैसे उपाय करने की भी सलाह अधिकारियों को दी। कलेक्टर ने कहा कि इस माह प्रत्येक जनपद पंचायत से 5-5 ग्रामों को खुले में शौच से मुक्त ग्राम बनाने के निर्देष दिये। उन्होंने मुख्य कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को निर्देष दिये कि ग्रामीण क्षेत्र में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल की कोई समस्या न हो यह सुनिष्चित किया जाये। कलेक्टर ने कहा कि बंद हेण्डपम्पों को चालु कराया जाये, आवष्यकता अनुसार हेण्डपम्पों में राईजर पाईप बढ़ाये जायें। कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में आयोजित इस बैठक में जिला पंचायत के सीईओ श्री अमित तोमर, व अपर कलेक्टर श्री अनुराग सक्सेना सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
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