किसान भाई मक्का फसल में फॉल आर्मी वर्म कीट से सुरक्षा के उपाय करें
खण्डवा 1 जुलाई, 2020 - फॉल आर्मी वर्म एक बहुभक्षी कीट है जो कि 80 से अधिक प्रकार की फसलों को क्षति पहुंचाता है। परन्तु मक्का सबसे पसंदीदा फसल है। इस कीट के पतंगे हवा के बहाव के साथ एक रात में 100 किलो मीटर तक प्रवास कर सकते है। जिले में किसानों द्वारा मक्का फसल बुआई की जावेगी एवं मक्का फसल में फॉल आर्मीवर्म कीट आने की संभावना है। उप संचालक कृषि श्री आर.एस. गुप्ता ने किसानों को सलाह दी है कि वह समय पर बोनी करें। मानसून वर्षा के साथ ही बुआई करें, अधिक विलम्ब न करें। निर्धारित पौध अंतरण कतार से कतार 80 से.मी. व पौधे से पौघा 20 से.मी. पर बोनी करें। संतुलित उर्वरकों का प्रयोग करें। अंतरवर्तीय फसल के रूप में दलहनी फसल अरहर, मूंग या उड़द लगाए। प्रकाश प्रपंच का उपयोग कर वयस्क कीट को आकर्षित कर नष्ट किया जा सकता है। खेतों में फसल उगने से 40 दिन की अवस्था तक टी आकार की खुटियां लगाकर पक्षियों को बैठने की व्यवस्था करें।
उप संचालक कृषि श्री गुप्ता ने बताया कि बीज बोने के पूर्व बीज का उपचार अवश्य करें। उन्होंने बताया कि मक्के की फसल को किसी भी दलहनी फसल के साथ उगाना चाहिए। बीज को इमिडाक्लोप्रिड 600 एफ.एस. 48 प्रतिशत 1-2 मि.ली. प्रति किलो की दर से उपचारित करना चाहिए। बुआई के 15-20 दिन बाद थायोडिकार्व 75 प्रतिशत डब्ल्यूपी 400 ग्राम प्रति एकड़ या फ्लूबेंडामीड 480 एससी 60 मिली प्रति एकड़ या क्लोरेट्रानिलिप्रोल 18.5 प्रतिशत एससी 60 मिली प्रति एकड़ या स्पिनोसेड 45 प्रतिशत एससी 80 मिली प्रति एकड़ इनमें से किसी एक कीट नाशक का प्रति एकड़ की दर से 150 लीटर पानी के साथ घोल बनाकर छिड़काव करे सकते है।
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