सफलता की कहानीमुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की मदद से संदीप ने कम्प्यूटर सेंटर संचालित किया
खण्डवा 31 अगस्त, 2021 - संदीप पटेल निवासी खण्डवा ने शासकीय सेवा के लिए कम्प्यूटर क्लास में दाखिला लिया और कम्प्यूटर में प्रशिक्षण प्राप्त किया। उसने सोचा जब तक शासकीय सेवा में जाने का अवसर नहीं मिलता तब तक कम्प्यूटर सेंटर में ही अस्थाई तौर पर अन्य अभ्यार्थियों को कम्प्यूटर का प्रशिक्षण देने के लिए नौकरी कर ली। इससे स्वयं का खर्च भी निकलता था और परीक्षाओं की तैयारी भी करता रहा। इस बीच शासकीय सेवा का विचार बदलता गया और सोचा क्यों न इसी क्षेत्र में स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ किया जाए। किन्तु कम्प्यूटर सेंटर के लिए पूंजी का अभाव भी एक समस्या थी, क्यों कि इस व्यवसाय में पॅूजी की बहुत आवश्यकता थी। इस कश्मकश में संदीप को जानकारी मिली की मध्यप्रदेश सरकार की स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण योजना प्रचलन में है। इसके लिए संदीप ने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र खण्डवा से संपर्क किया। इस कार्यालय से उसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की विस्तृत जानकारी मिली। जानकारी प्राप्त कर संदीप ने कम्प्यूटर सेंटर के लिए ऋण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। कार्यालयीन प्रक्रियाओं के बाद संदीप ने आवेदन पत्र पंजाब नेशनल बैंक माता चौक खण्डवा की ओर अग्रेषित किया गया। बैंक ने अपनी औपचारिकताओं के बाद संदीप को उसकी अपेक्षा के अनुसार ऋण स्वीकृत कर दिया।
संदीप ने किराए की दुकान से अपना व्यवसाय प्रारंभ किया। इस व्यवसाय से संदीप को जो आमदनी होने लगी वह उत्साहवर्धक थी। संदीप का व्यवसाय धीरे धीरे गति कर रहा यद्यपि कोरोना काल में व्यवसाय में कुछ दिक्कतें सामने आई किन्तु इसका भी हल निकल गया। आज संदीप को इस व्यवसाय से अच्छी आमदनी हो रही है। उसने बताया कि लगभग 6 अन्य लोगों को भी रोजगार मुहैया कराया है। संदीप ने बताया कि दुकान का किराया 6 लोगों का वेतन एवं अन्य खर्च के अतिरिक्त बैंक की किश्तों की भी व्यवस्था हो जाती है। उसने बताया कि इस व्यवसाय से जैसे परिणाम प्राप्त हुए हैं उससे मेरा उत्साह बढा है। वह बताता है कि इस व्यवसाय में और विस्तार की गुंजाइश है। इस दिशा में क्रियाशील हूँ। संदीप ने बताया कि इस योजना से उसके जीवन में अमूलचूक परिवर्तन ला दिया। उसने बताया कि उसका व्यवसाय अभी किराए की दुकान से संचालित हो रहा है। यदि स्वयं की दुकान हो जाए तो उसकी आय में और इजाफा हो जाएगा।
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