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Friday 21 May 2021

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खण्डवा जिले के 2 कोरोना विजेताओं से की चर्चा

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खण्डवा जिले के 2 कोरोना विजेताओं से की चर्चा
‘योग से निरोग‘ कार्यक्रम की वी.सी. में स्वामी रामदेव व श्री श्री रविशंकर भी हुए शामिल

खण्डवा 21 मई, 2021 - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को ‘‘योग से निरोग‘‘ कार्यक्रम के जरिये होम आइसोलेशन वाले मरीजों एवं योग प्रशिक्षकों से संवाद किया। इस कार्यक्रम में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर और योगगुरु स्वामी रामदेव भी शामिल हुए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, आयुष राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कावरे, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष श्री भरत बैरागी और इण्डियन योग एसोसिएशन की चेयरपर्सन डॉ. पुष्पांजलि शर्मा भी उपस्थित रहे। खण्डवा के वीडियो कान्फ्रेंसिंग कक्ष में जिला शिक्षा अधिकारी श्री संजीव भालेराव, जिला आयुष अधिकारी डॉ. अनिल वर्मा, होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. निकिता कश्यप जायसवाल सहित अन्य योग प्रशिक्षक मौजूद थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खण्डवा जिले के मूंदी निवासी कोरोना विजेता श्रीमती खेरून्निसा व खण्डवा के श्री सुरेन्द्र जैन से चर्चा की और दोनों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए शुभकामनाएं दी।

कोरोना से घबराएं नहीं बल्कि डटकर मुकाबला करें तो जीत जरूर होगी

मूंदी निवासी श्रीमती खेरून्निसा ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से वीडियो कान्फ्रेंस के दौरान बातचीत में बताया कि वे कुछ दिन पूर्व कोरोना संक्रमित हो गई थी। होम आइसोलेशन के दौरान प्रतिदिन वीडियो कॉल पर डॉक्टर निकिता जायसवाल के मार्गदर्शन में घर में ही योगाभ्यास किया, जिससे वे लगभग 1 सप्ताह में ही स्वस्थ हो गई। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को बताया कि वे 15 साल से डायबटीज की मरीज है, इसके बावजूद भी लगभग 1 सप्ताह में कोरोना से जंग जीतकर उनकी रिपोर्ट अब निगेटिव आ गई है तथा वे घर में ही स्वास्थ्य लाभ ले रही है। श्रीमती खेरून्निसा ने सभी नागरिकों से अपील की है कि कोरोना से घबराएं नहीं बल्कि डटकर मुकाबला करें तो जीत जरूर होगी। 

त्रिकटु चूर्ण व आयुर्वेदिक काढ़े के सेवन से हुआ लाभ

वीडियो कान्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान से खण्डवा निवासी श्री सुरेन्द्र जैन ने भी चर्चा की और बताया कि वे कुछ दिन पूर्व कोरोना संक्रमित हो गए थे। उनकी पत्नि भी कोरोना संक्रमित थीं। होम आइसोलेशन में रहकर दोनों पति पत्नि योग, प्राणायाम व ध्यान नियमित रूप से करते रहे, जिससे कम समय में दोनों ही कोरोना को हरा चुके है और उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई है। उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से सभी नागरिकों से अपील की कि सभी को योगाभ्यास नियमित रूप से करना चाहिए। उन्होंने बताया कि उपचार के दौरान उन्होंने आयुष विभाग का त्रिकटू चूर्ण व आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन भी नियमित रूप से किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के प्रकरण न्यूनतम होने के बाद भी प्रदेश में योग से निरोग कार्यक्रम जारी रहेगा, क्योंकि हमें प्रदेशवासियों को कोरोना की तीसरी वेव के लिए तैयार करना है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और व्यक्ति को स्वस्थ, सकारात्मक एवं ऊर्जावान बनाए रखने में योग बहुत प्रभावी है। उन्होंने कहा कि मेरे परिवार के सभी सदस्य प्रतिदिन ध्यान और प्रणायाम अभ्यास करते हैं। मेरा यह व्यक्तिगत अनुभव है कि योग आत्म-विश्वास, सकारात्मकता और ऊर्जा बनाए रखने का प्रभावी माध्यम है। कोरोना के बाद आ रही ब्लैक फंगस, वाइट फंगस जैसी जटिलताओं से बचने में आयुर्वेदिक परंपराएँ, योग का अनुसरण सहायक सिद्ध हो सकता है।

श्री श्री रविशंकर ने इस दौरान कहा कि कोरोना के इस तांडव में आत्म-बल और मनोबल को बनाए रखना आवश्यक है। मजबूत मन कमजोर शरीर को आगे ले जा सकता है इसके लिए योग और प्रणायाम से प्रभावी कोई रास्ता नहीं है।

योग गुरु श्री रामदेव ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के परिणाम स्वरूप लोगों का योग और आयुर्वेद में विश्वास बढ़ा है। कोरोना की दवा यही है कि आप कितने सशक्त हैं आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कितनी है। इन दोनों में योग बहुत अधिक सहायक है।

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