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Tuesday 30 October 2018

आतिशबाजी जलाते समय रखें ये सावधानी

आतिशबाजी जलाते समय रखें ये सावधानी

खण्डवा 30 अक्टूबर, 2018 - आतिषबाजी केवल विष्वसनीय अनुज्ञप्तिधारी विक्रेता से खरीदें। बच्चे आतिषबाजी का प्रयोग किसी वयस्क की देख-रेख में ही करें तो बेहतर होगा। आतिषबाजी के उपर दी गई सांवधानियों का कड़ाई से पालन करें। आतिषबाजी को जलाने के लिये मोमबत्ती अथवा अगरबत्ती का प्रयोग करें। आग आदि लगने की दषा में उसे बुझाने के लिए बाल्टी या अन्य किसी बर्तन में पर्याप्त मात्रा में पानी पास में रखें। हवाई अतिषबाजी का प्रयोग सुरक्षित खुले स्थान पर करें। खराब व आंषिक रूप से जली आतिषबाजी का नष्टीकरण ठीक प्रकार से पानी में डुबोकर करें। इसके अलावा ऐसी आतिषबाजी जो 125 डी.बी. या 145 पी.के. से अधिक का ध्वनिमान 4 मीटर की दूरी पर उत्पन्न करती है का निर्माण, विक्रय एवं प्रयोग प्रतिबंधित है। आतिषबाजी का प्रयोग रात्रि 8 बजे से रात्रि 10 बजे के बीच में ही करें। आतिषबाजी को कभी हाथ में न जलायें। इनको जमीन पर रखकर जलायें एवं जलाने के बाद दूर चले जायें। आतिषबाजी को जलाने के लिए उन्हें किसी डिब्बे में न रखें। 
ध्यान रहे कि किसी खराब आतिषबाजी को बिल्कुल प्रयोग न करें। हवाई आतिषबाजी को कभी ऐसी जगह पर न जलायें जहां पर उनके रास्ते में आने वाले पेड़, पत्तियां एवं तार अवरोध पैदा करें। आतिषबाजी को किसी मकान के सामने न जलायें। किसी मकान के गैराज के खुला दरवाजा या मकान की खुली खिड़की से हवाई आतिषबाजी के अन्दर जाने से अग्नि दुर्घटना हो सकती है। घर के अन्दर आतिषबाजी न जलाएं। आतिषबाजी को बाहर आम जनता के आने-जाने के रास्ते से अलग जलायें। स्वयं आतिषबाजी को बनाने का प्रयत्न कभी न करें। खराब आतिषबाजी को कभी दोबारा न जलायें एवं ऐसी आतिषबाजी को 15 से 20 मिनट के बाद पानी में डुबो दें। नकली एवं अवैध रूप से बनाये गये आतिषबाजी का प्रयोग न करें। बच्चों को अकेले आतिषबाजी का प्रयोग न करने दें। 

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