सफलता की कहानी
‘‘मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना‘‘ माहीन के लिए बनी वरदान
खण्डवा 31 दिसम्बर, 2017 - खण्डवा जिले के छैगांवमाखन विकासखंड के ग्राम भामगढ़ निवासी अमजद के घर जब पुत्री माहीन का जन्म हुआ तो घर में सभी बहुत खुष हुए। धीरे-धीरे बालिका माहीन बड़ी होती गई गयी और बच्चों में खेलने कूदने लगी। माहीन की मॉं ने अनुभव किया कि उसकी बेटी वह अन्य बच्चो की तरह जी भर के खेल नहीं पाती थी, थोड़ा सा खेलने के बाद ही माहीन थककर हाफने लगती थी। उसकी ऐसी हालत से माता-पिता चिंतित हो उठते थे। गांव के कुछ लोगों ने माहीन के पिता अमजद को बताया कि इस तरह के लक्षण उन बच्चों में पाये जाते है, जिनके दिल में छेद होने या ह्दय का वॉल्व खराब होने की समस्या होती है। यह सुनकर अमजद बहुत परेषान हो गया क्योंकि उसकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वह अपनी बच्ची के हृदय रोग का उपचार करा सके। मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत इंदौर के ग्रेटर कैलाष अस्पताल में माहीन का निःषुल्क ऑपरेषन होने के बाद अब वह पूर्णतः स्वस्थ्य हो गई है। यह योजना माहीन के लिए वरदान सिद्ध हुई है।
माहीन के पिता अमजद ने बताया कि कुछ दिन पूर्व भागमढ़ गांव में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण षिविर आयोजित हुआ तो वह भी अपनी बेटी को लेकर गया जहां आर.बी.एस.के. की टीम व्दारा उसके स्वास्थ्य की जांच की तो बच्चे को हृदय रोग संबंधी समस्या का पता चला, उसने माहीन को आबीएसके के नोडल ऑफिसर डॉ. अनिल तंतवार को भी दिखाया गया। उन्होंने माहीन का स्वास्थ्य परीक्षण जिला अस्पताल खण्डवा में डॉ. भूषण पांडे से करवाया जिसमें माहीन के हृदय रोग की पुष्टि हुई और उन्हें इंदौर रेफर किया गया। इन्दौर के ग्रेटर कैलाश अस्पताल द्वारा माहीन की निःशुल्क जांचे की गई तथा उसके इलाज पर 75000 रू. संभावित खर्च बताया गया। समस्त कागजी कार्यवाही पूर्ण कर माहीन के ऑपरेषन हेतु ‘‘मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना‘‘ अंतर्गत आवेदन करवाया गया और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रतन खंडेलवाल व्दारा द्वारा उसके लिए 75000 की राशि स्वीकृत की गई। स्वीकृति उपरांत माहीन का सफल ऑपरेशन इन्दौर के ग्रेटर कैलाश अस्पताल में निःशुल्क किया गया । अब माहीन पूर्ण रूप से स्वस्थ है उसे अब खेलने कूदने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होती।
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