अमानक बीज एवं उर्वरकों के क्रय विक्रय पर प्रतिबंध
खण्डवा 28 अगस्त, 2017 - उप संचालक कृषि श्री हीरेन्द्र ओंकार द्वारा जिले में क्रय व विक्रय किए जाने वाले सोयाबीन बीज के नमूने जांच के दौरान लिये गये सेम्पल की उज्जैन स्थित प्रयोगषाला में जांच कराये जाने पर बीज की गुणवत्ता अमानक स्तर की पाई गई, जिसमें कृषक भारती को-आपरेटिव लि. पर्यवास भवन ग्राउण्ड भोपाल द्वारा उत्पादित तथा सेवा सहकारी समिति बोथियाखुर्द विकासखण्ड हरसूद तथा सेवा सहकारी समिति बोरीसराय विकासखण्ड हरसूद द्वारा बेचा जा रहा सोयाबीन बीज का बीज प्रतिबंधित किया गया है। इसी प्रकार प्रक्रिया प्रभारी मध्यप्रदेष राज्य बीज एवं फार्म विकास निगम खण्डवा द्वारा उत्पादित एवं सेवा सहकारी समिति भगवानपुरा विकासखण्ड बलड़ी , सेवा सहकारी समिति रेवापुर तथा सेवा सहकारी समिति बरूड़ विकासखण्ड हरसूद द्वारा बेचा जा रहा सोयाबीन का बीज भी प्रतिबंधित किया गया है।
इसी तरह मे. सेवा सहकारी समिति मर्यादित जूनापानी विकासखण्ड बलड़ी, मे. सेवा सहकारी समिति मर्यादित दिवाल विकासखण्ड पंधाना द्वारा बेचा जा रहा सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक का कृषि विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान सेम्पल लेकर प्रयोगषालाओं में परीक्षण कराया गया , जिसमें यह उर्वरक अमानक स्तर का पाया गया। इसके अलावा मे. रामेष्वर सेवा सहकारी समिति मर्यादित खण्डवा द्वारा बेचा जा रहा जिंक सल्फेट उर्वरक भी अमानक स्तर का पाया गया। अतः उप संचालक कृषि श्री ओंकार ने इन उर्वरकों की जिले में क्रय, विक्रय व भण्डारण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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