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Tuesday 28 November 2017

मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा शिविर का आयोजन 7 जनवरी को जिला मुख्यालय पर

मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा शिविर का आयोजन 7 जनवरी को जिला मुख्यालय पर
गंभीर बीमारी से चयनित पीडि़त मरीजों का प्राकक्लन होगा तैयार

खण्डवा 28 नवम्बर, 2017 - मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रतन खंडेलवाल ने पत्र विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि मध्यप्रदेश शासन व्दारा जिला स्तर पर निःशुल्क मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा परीक्षण शिविर दिनंाक 7 जनवरी को जिला अस्पताल खण्डवा में रखा गया। शिविर में निजि व शासकीय चिकित्सालयों के विशेषज्ञ चिकित्सा दलों के व्दारा मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं आवश्यक जांच कर इलाज के लिए प्राक्कलन बनाकर शासन व्दारा अधिकृत निजि चिकित्सालयों में उपचार के लिए भेजा जायेगा। इस हेतु शिविर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत् चिंहित बीमारियों से पीडि़त जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों को आर.बी.एस. के मोबाईल हेल्थ टीम व्दारा हृदय रोग व अन्य जन्मजात विकृति या चिंहित अन्य बीमारी ग्रसित बच्चों का निःशुल्क उपचार के लिए प्रकरण बनाये जाकर संबंधित अस्पताल में भेजा जायेगा। इसी प्रकार म.प्र. शासन व्दारा संचालित राज्य बीमारी सहायता निधि के तहत् बी.पी.एल. परिवार के सदस्यों को चिंहित गम्भीर बीमारी के इलाज के लिए आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ता व्दारा ग्राम में संभावित मरीजों की सूची तैयार कर, खण्ड स्तर पर लगने वाले जांच शिविर में मरीजों का चयन किया कर उनका पंजीयन करेगें इसके पंश्चात् चयनित मरीजों को 7 जनवरी को जिला स्तर पर लगने वाले मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा शिविर उनका विशेषज्ञों व्दारा जांच कर प्रकरण तैयार कर संबंधित अधिकृत चिकित्सालय में इलाज के लिए भेजेगे।  
राज्य/जिला बीमारी सहायता निधि के तहत् बी.पी.एल. परिवार के लिए चिन्हित बीमारियां कैंसर सर्जरी, कीमोथेरेपी रेडियोथेरेपी, हृदय शलय क्रिया, रीनल सर्जरी एवं रीनल ट्रान्सप्लांटेशन, घुटना बदलना, हिप ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, वक्ष रोग शल्य क्रिया, स्पाइनल सर्जरी , रेटिनल डिटेचमेंट, ब्रेन सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, पेस मेकर, वेसक्युलर सर्जरी, कंजेनाईटल मॉलफार्ममेशन सर्जरी, एप्लास्टिक एनीमिया, बर्न एण्ड पोस्ट बर्न कॉन्ट्रेक्चर, क्रानिल रीनल डिसिसेस हीमो (डायलीसिस), निःसंतान (आंझपन) है। साथ ही आर.बी.एस.के. के तहत् ए.पी.एल. व बी.पीएल परिवारों के जन्म से 18 वर्ष तक ऐसे बच्चे जो जन्मजात विकृति से संबंधित बीमारियां जन्मजात दोष - नूयूरल टयूब डिफेक्ट, कटे होंठ एवं फटे तालू, क्लब फुट, डवल्पमेंट डिस्प्लेसिया हिप, जन्मजात मोतीयाबिंद, जन्मजात भेैरापन, हृदय रोग, रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्युरिटी है। कमी - रक्ताल्पाता विशेष रूप से गंभीर रक्ताल्पता, विटामिन ए की कमी, विटमिन डी की कमी, गंभीर तीव्र कुपोषण, गण्डमाला है। बचपन के रोग- त्वचा की स्थिति (खुजली, फफूुद संक्रमण और एक्जिम), ओटाईटिस मीडिया, रूमेटिक हार्ट डिसीज, रिएटिव एयर वे डिसीज, दंत क्षय, ऐंठन विकार है। विकलांगता सहित विकास में देरी- दृष्टिहानि, हिरिंग इम्पेयरमेंट, मोटर डीले, संज्ञानात्मे देरी, बोलने में देरी, व्यवहार विकार (आंटिज्म), सीखने दोष, एकाग्रता की कमी अतिसक्रियता विकार आदि रोगों से ग्रहित बच्चें होगें। 

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