Thursday, 2 April 2020

मॉस्क व सेनेटाइजर बेचकर आत्मनिर्भर बन रही हैं स्वसहायता समूहों की महिलाएं

मॉस्क व सेनेटाइजर बेचकर आत्मनिर्भर बन रही हैं स्वसहायता समूहों की महिलाएं

 900 लीटर सेनेटाइजर व 30665 मॉस्क तैयार कर बेच भी चुके हैं स्वसहायता समूह

खण्डवा 2 अप्रैल, 2020 -  मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गठित स्वसहायता समूहों द्वारा इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए मॉस्क एवं सेनेटाइजर की बढ़ी हुई मांग को देखते हुए इनका उत्पादन किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने बताया कि जिले के सातों विकासखण्डों में एक साथ मॉस्क व सेनेटाइजर का उत्पादन ग्रामीण महिलाएं कर रही है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में ग्रामीण स्वसहायता समूहों द्वारा 30665 मॉस्क का उत्पादन किया जा चुका है। इसके साथ ही राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वसहायता समूहों द्वारा 900 लीटर सेनेटाइजर का उत्पादन भी किया जा चुका है। जिले में स्वसहायता समूह द्वारा तैयार मॉस्क व सेनेटाइजर का लगभग पूरा स्टॉक पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ग्राम पंचायतों सहित विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा खरीद भी लिया गया है।  
      जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामीण आजीविका मिशन सुश्री शकुंतला डिंडोरे ने बताया कि खण्डवा जिले में तैयार किए गए मॉस्क में से बलडी विकासखण्ड में 3300 मॉस्क , खण्डवा विकासखण्ड के ग्रामों में 8440, छैगांवमाखन में 4905, पुनासा में 6075, पंधाना में 5460, खालवा में 1215 एवं हरसूद विकासखण्ड के ग्रामों में 1270 मॉस्क तैयार किए गए है। इनमें से लगभग सभी मॉस्क विभिन्न शासकीय विभागों के माध्यम से बेचे भी जा चुके है। सुश्री डिंडोरे ने बताया कि खण्डवा विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों में कुल 800 लीटर तथा पुनासा विकासखण्ड के ग्रामों में 100 लीटर सेनेटाइजर अब तक तैयार किया जा चुका है तथा सेनेटाइजर का पूरा स्टॉक पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ग्राम पंचायतों सहित विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा खरीद भी लिया गया है।  

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