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Thursday, 9 July 2020

“खेलो इंडिया लघु केंद्र‘‘ पूर्व चैंपियन खिलाडि़यों के माध्यम से संचालित होगा

“खेलो इंडिया लघु केंद्र‘‘ पूर्व चैंपियन खिलाडि़यों के माध्यम से संचालित होगा

वर्ष 2020-21 के लिए जिलों से 20 जुलाई तक प्रस्ताव आमंत्रित

खण्डवा 9 जुलाई, 2020 - पूरे देश में 1000 खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना की जाना है। इसमें ओलंपिक में खेले जाने वाले 14 खेल यथा तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, बैडमिंटन, साइकिलिंग, तलवारबाजी, हॉकी, जूडो, रोइंग, शूटिंग, तैराकी, टेबल टेनिस, वेट लिफ्टिंग अर्थात भारोत्तोलन, कुश्ती के साथ ही फुटबॉल एवं पारंपरिक खेल भी शामिल हैं। खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना के लिए पूर्व चैंपियन खिलाडि़यों को प्रशिक्षक, सपोर्टिंग स्टाफ, खेल उपकरण क्रय, खेल किट, गैर-उपभोज्य एवं प्रतियोगिता में टीम को सम्मिलित करने के लिए अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। केन्द्रों का चयन करते समय खेल विभाग द्वारा संचालित 18 खेल अकादमियों के खेलों को प्राथमिकता दी जायेगी जिससे यह केन्द्र खेल अकादमी के सह प्रशिक्षण केन्द्र के रूप मे बेहतर प्रतिभा की नर्सरी तैयार कर सके। लघु खेलो इंडिया केंद्र योजना में पूर्व चैंपियन खिलाडि़यों द्वारा नवोदित खिलाडि़यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण हेतु कुछ शुल्क भी पूर्व चैंपियन खिलाड़ी नवोदित खिलाडि़यों से प्राप्त कर सकते हैं।

चयनित केन्द्रों को 4 वर्ष के लिए मिलेगी आर्थिक सहायता

चयनित खेलो इंडिया केंद्रों को भारत सरकार द्वारा 4 वर्ष के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जावेगी। चयनित खेलो इंडिया केंद्र को भारत सरकार द्वारा एक मुश्त 5 लाख रुपये केंद्र प्रति खेल के मान से खेल मैदान के रख रखाव, उन्नयन, खेल उपकरण, खेल किट आदि के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। रिकरिंग वार्षिक अनुदान राशि 5 लाख रुपए प्रति खेल के मान से पूर्व चैंपियन खिलाड़ी प्रशिक्षक को मानदेय, सहायक स्टाफ, खेल उपकरण, खेल किट, गैर उपभोग सामग्री प्रतियोगिता में टीम को सहभागिता कराने आदि के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। चैंपियन खिलाड़ी प्रशिक्षक को अधिकतम 3 लाख रुपए वार्षिक मानदेय प्राप्त करने की अनुमति होगी।

प्रत्येक वर्ष तीन नए खेलो इंडिया केंद्रों का चयन किया जायेगा

प्रत्येक वर्ष तीन नए खेलो इंडिया केंद्रों का चयन जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारियों द्वारा जिला कलेक्टर की अनुशंसा से करके उसका प्रस्ताव संचालनालय खेल और युवा कल्याण मध्य प्रदेश को भेजा जायेगा। खिलाडि़यों कोे प्रशिक्षित करने में पूर्व चैंपियन खिलाड़ी नवोदित खिलाडि़यों के प्रशिक्षकों एवं मार्गदर्शकों के अनुभव का उपयोग किया जाएगा। साथ ही इस योजना मे यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि इन पूर्व चैंपियन खिलाडि़यों को इस कार्य से कुछ आय प्राप्त हो सके। प्रदेश के सभी जिला खेल अधिकारियों को वर्ष 2020 -21 के लिए अधिकतम दो प्रस्तावों का चयन कर 20 जुलाई, 2020 तक ंसचालनालय खेल एवं युवा कल्याण को जानकारी भेजने के निर्देश दिए गए हैं।

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