इंदौर संभाग के सभी जिले खुले मंे शौच से मुक्त घोषित हुए
खण्डवा 17 सितम्बर, 2018 - इंदौर संभाग के सभी जिले खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिए गए हैं। सोमवार को इंदौर में कलेक्टर झाबुआ श्री आशीष सक्सेना ने संभागायुक्त श्री राघवेंद्र सिंह को झाबुआ जिले के खुले में शौच मुक्त होने का घोषणा पत्र सौंपा। इसी के साथ ही संभाग के सभी जिले खुले में शौच मुक्त घोषित हो गये हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिर्देशक इंदौर श्री अजय शर्मा और संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर उपस्थित थे।
सोमवार को कमिश्नर कार्यालय में संभाग आयुक्त श्री राघवेंद्र सिंह ने संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर की बैठक लेकर राजस्व, ग्रामीण विकास और संबल योजना की समीक्षा की। श्री राघवेंद्र सिंह ने आने वाले दिनों में निर्वाचन के मद्देनजर प्रस्तावित कार्य योजना की जानकारी सभी जिलों से प्राप्त की।
ए.डी.जी श्री अजय शर्मा ने बैठक में सभी कलेक्टर से आग्रह किया कि आने वाले दिनों में विभिन्न त्योहारों के मद्देनजर कानून व्यवस्था पर कड़ी नजर रखें और समुचित उपाय सुनिश्चित करें। श्री शर्मा ने निर्वाचन के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली। बुरहानपुर कलेक्टर श्री सत्येंद्र सिंह ने बैठक में बताया कि बुरहानपुर की अंतर्राज्यीय सीमा लगभग 80 किलोमीटर की है। यहां पर लगातार पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। जलगांव सहित सीमावर्ती अन्य जिलों के कलेक्टर और एसपी के साथ बार्डर मीटिंग की जा चुकी है। अलीराजपुर कलेक्टर श्री गणेश शंकर मिश्रा ने बैठक में बताया कि अलीराजपुर जिले में सर्विलांस के लिए ज्यादा पुलिस बल की जरूरत है। साथ ही यहां पर डायल हंड्रेड के तहत वाहन बढ़ाए जाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि जिले में 2 मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां पर नाव से जाना पड़ेगा। यहां पर बोट द्वारा पेट्रोलिंग प्रस्तावित है। बैठक में कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान जघन्य अपराधों की समीक्षा भी की गई। बैठक में बताया गया कि संभाग में विगत 10 वर्षों में जघन्य अपराधों में सजा का प्रतिशत 88 प्रतिशत रहा है और इसके लिए विधिक महकमे ने भी अच्छा कार्य किया है। विगत 10 वर्षों में संभाग में 20 मृत्युदंड भी पारित किए गए हैं।
राजस्व कार्यों की समीक्षा के दौरान संभागायुक्त श्री राघवेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि राजस्व संबंधी कार्यों में कोई शिथिलता नहीं आनी चाहिए। विगत दिनों में संभाग में राजस्व संबंधी प्रकरणों में 84ः निराकरण हुआ है और इंदौर संभाग प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा है। संभाग का अलीराजपुर जिला राजस्व प्रकरणों के निराकरण में 95 प्रतिषत निराकरण के साथ प्रदेश और संभाग में प्रथम स्थान पर पर है। संभाग आयुक्त द्वारा सीएम हेल्पलाइन और संबल योजना की भी समीक्षा की गई। बैठक में सभी जिलों के कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत, संयुक्त आयुक्त राजस्व श्रीमती सपना सिवाले और संयुक्त आयुक्त विकास श्रीमती चेतना फौजदार भी उपस्थित थीं।
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