मानव अधिकार आयोग के स्थापना दिवस पर बालश्रम संबंधी कार्यक्रम सम्पन्न
खण्डवा 12 सितम्बर 2016 - दादाजी वार्ड स्थित संजय नगर के मांगलिक भवन में मध्य प्रदेष मानवाधिकार आयोग का स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। इस दौरान जिले के सभी विकासखण्डों के विद्यार्थियों के बीच बाल श्रम एवं अधिकार विषय पर भाषण व लोकगीत गायन प्रतियोगिता भी सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा उपस्थित थे व कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने की। इस दौरान प्रतियोगिता के विजेताओं को कलेक्टर श्रीमती नायक ने पुरूस्कार प्रदान किये। कार्यक्रम में विधायक श्री वर्मा, कलेक्टर श्रीमती नायक व नगर निगम अध्यक्ष श्री रामगोपाल शर्मा ने उपस्थित विद्यार्थियों पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में मानवाधिकार आयोग के जिला संयोजक श्री नारायण बाहेती एवं आयोग मित्र श्री सुरेन्द्र सोलंकी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मॉं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
ये विद्यार्थी हुये पुरूस्कृत
कार्यक्रम के दौरान बाल श्रम एवं अधिकार विषय पर आयोजित जिला स्तरीय भाषण प्रतियोगिता व लोक गीत प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरूस्कार दिये गये। इनमें लोकगीत गायन में सीनियर वर्ग में श्री कालू सिंह जमरा प्रथम , ज्योति उईके द्वितीय तथा अंकित निवासी पुनासा तृतीय रहे। जूनियर वर्ग में चेतना किरण व प्रियंका को प्रथम तथा नसरिम हमीद को द्वितीय पुरूस्कार दिया गया। भाषण प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में रूकैया अहमद प्रथम, रानी चांद खां द्वितीय तथा आयषा तृतीय स्थान पर रही। जबकि सीनियर वर्ग में उत्कृष्ट विद्यालय के हरीओम प्रथम, पुनासा के रघुवीर द्वितीय तथा धीरज पंचोरे निवासी डूल्हार तृतीय स्थान पर रहे।
कार्यक्रम में विधायक श्री वर्मा ने संबोधित करते हुये कहा कि प्रदेष सरकार की योजनाओं से अब पढ़ाई में गरीबी बाधक नही रही हैं, क्योंकि बच्चों को स्कूल में भोजन, किताबें, साईकिले व डेªस सब कुछ निःषुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है, अतः अभिभावक अपने बच्चों से मजदूरी न करवाये बल्कि बच्चों को स्कूल भेजकर पढ़ायें। उन्होंने कहा कि गरीब लोग अपने थोड़े से लालच के लिए बच्चों से मजदूरी कराकर उनकी पढ़ाई छुड़वा देते है। कलेक्टर श्रीमती नायक ने सभी बच्चों से अपील की कि वे पढ़ाई मन लगाकर करें। उन्हें जिला प्रषासन से हरसंभव मदद उपलब्ध कराई जायेगी। उन्हांेने कहा कि बाल मजदूरी संबंधी कोई भी षिकायत जिला श्रम पदाधिकारी से अथवा चाईल्ड हेल्प लाईन नम्बर 1098 पर जरूर करें। उन्होंने कहा कि बच्चे अत्याचार सहन न करें बल्कि उसका विरोध करें। जिला विधिक सेवा समिति के सचिव एवं न्यायाधीष श्री हेमंत यादव ने इस अवसर पर कहा कि देष में लगभग 40 लाख से अधिक बाल श्रमिक पाये गये हैं। बाल श्रम का मुख्य कारण गरीबी और षिक्षा हैं। बाल श्रम पर प्रतिबंध लगाने के लिए बाल श्रम प्रतिषेद अधिनियम 1986 लागू किया गया था। इसके बाद निःषुल्क व अनिवार्य षिक्षा अधिनियम 2009 लागू करके ही बच्चों को षिक्षा के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया।
मध्य प्रदेष मानवाधिकारी आयोग के जिला संयोजक श्री बाहेती ने इस अवसर पर बताया कि प्रदेष में लगभग 3 लाख बाल श्रमिक सर्वे के दौरान पाये गये हैं। बाल श्रम कानून में संषोधन कर अधिनियम को और अधिक सख्त बनाया गया तथा बाल श्रम के लिए जिम्मेदार लोगों के विरूद्ध पहले से अधिक सख्त दण्डात्मक कार्यवाही की जाने लगी हैं। कार्यक्रम के आयोजन में लॉयंस क्लब, लायनेस क्लब, रोटरी क्लब जे सी आई , बाल कल्याण समिति व सीड्स संस्था एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं की अर्चना तिवारी, अनिता पिल्ले, अनिल बाहेती, अनिता सिंग, अनिमेष हुमड़, आषीष चटकले का सहयोग रहा। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्षन आयोग मित्र श्री सोलंकी ने किया। कार्यक्रम में देह दान व नेत्रदान के लिए नागरिकों को जागरूक करने के लिए प्रचार सामग्री वितरित की गई तथा बालश्रम कानून की जानकारी भी नागरिकों को दी गई।
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