Friday, 11 September 2015

संकट की घड़ी में किसान भाई धैर्य रखें, उन्हें दी जाएगी हर संभव मदद

संकट की घड़ी में किसान भाई धैर्य रखें, उन्हें दी जाएगी हर संभव मदद
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने जिले के किसानों से की अपील

खण्डवा 11 सितम्बर, 2015 -  कलेक्टर डॉ. एम.क.ेअग्रवाल ने जिले के किसानों से अपील की है कि लंबे समय से वर्षा न होने के कारण उत्पन्न स्थिति के बारे में जिला प्रषासन गंभीर है तथा इस संबंध में प्रदेष सरकार को अवगत करा दिया गया है। जिला प्रषासन संकट की इस घड़ी में किसानों के साथ है तथा उन्हें आवष्यकता अनुसार शासन के निर्देषांे के अनुरूप हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि खण्डवा जिले में वर्षा का औसत 808 मि.मी. प्रतिवर्ष है। गत 16 अगस्त तक जिले में 815 मि.मी. वर्षा हो चुकी है तथा इसके बाद कुछ दिनों में छुटपुट वर्षा भी हुई है। इस अनियमित वर्षा से जिले में उड़द, मूंग, मूंगफली, सोयाबीन, उद्यानिकी फसलों में मिर्च, टमाटर जैसी फसलें प्रभावित हुई है। कही - कही सोयाबीन की फसल पीला मोजाईक से प्रभावित भी हुई है। 
     कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जिले में सोयाबीन की फसल 177000 हेक्टेयर क्षेत्र में, उड़द की फसल 6522 हेक्टेयर, मूंग 7467 हेक्टेयर , मूंगफली 3060 हेक्टेयर , क्षेत्र में बोई गयी है। उड़द, मूंग व मूंगफली में अबतक की स्थिति में 40 प्रतिषत के करीब नुकसान का आकलन किया गया है। सोयाबीन की फसल में 25 से 30 प्रतिषत नुकसान का आकलन किया गया है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि यदि आगामी दिनों में बारिष नही होती है तो नुकसान का यह प्रतिषत बढ़ भी सकता है। जिले में कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारियों से फसल की स्थिति का आकलन करा दिया गया है। इस स्थिति से मध्य प्रदेष शासन के कृषि व राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है तथा राज्य शासन से इस संबंध में निर्देष प्राप्त होने पर तदनुसार आगामी कार्यवाही की जाएगी।  
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि फसल बीमा प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि पटवारी हल्का एवं गांव में आनावारी फसल कटाई प्रयोग के माध्यम से निकाली जावें एवं इसकी जानकारी 31 जनवरी 2016 तक कृषि बीमा कम्पनी को भेजी जावें। सभी राजस्व व कृषि अधिकारियों को निर्देषित किया गया है कि आयुक्त भू अभिलेख से प्राप्त सूची अनुसार गांवों मंे प्राप्त सर्वे नम्बर फसल कटाई प्रयोग एवं आनावारी निकालने हेतु प्लॉटिंग कार्य शीघ्र अतिषीघ्र कर दें। इसके अलावा यह निर्देष भी दिए गए है कि प्रत्येक गांव में कम से कम 5 खेतों में प्लॉटिंग कर आनावारी निकाल ली जाये ताकि कृषि बीमा कम्पनी को वास्तविक स्थिति की जानकारी समय पर भेजी जा सकंे तथा प्रभावित किसानों को फसल बीमा का लाभ यथाषीघ्र मिल सकें। 
 कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रषासन , एसडीएम, तथा तहसीलदार स्तर पर किसानों से प्राप्त सभी ज्ञापनों को राज्य शासन को भेज दिया गया है। जिला प्रषासन ने सभी किसानों से अपील की है कि प्राकृतिक आपदा की इस स्थिति में धैर्य से काम लें और अनावष्यक रूप से परेषान होकर इधर - उधर न भटके। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रषासन इस विषय को लेकर काफी संवेदनषील है तथा शासन द्वारा चाही गई जानकारी समय से पूर्व राज्य शासन को भेजी जा रही है। उन्होंने किसानों को आष्वस्त किया है कि शासन से जो भी निर्देष प्राप्त होंगे उन्हें जिले में त्वरित गति से व प्राथमिकता से क्रियान्वित किया जायेगा। 

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