महामारियों को जन्म देता है पर्यावरण का असंतुलन
विशेष प्रधान जिला न्यायाधीश - श्री एल.डी. बौरासी
खण्डवा 3 जुलाई, 2021 - जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला न्यायालय परिसर, खण्डवा में शनिवार को प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष श्री एल.डी. बौरासी की अध्यक्षता में व श्रीमति श्यामा बौरासी, विशेष न्यायाधीश श्री प्रकाश चन्द्र आर्य, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय श्री रविन्द्र सिंह कुशवाह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण खण्डवा के सचिव श्री हरिओम अतलसिया, चतुर्थ अपर सत्र न्यायाधीश श्रीमति किरण सिंह, प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश श्री सुधीर कुमार चौधरी, तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश श्री सूरज सिहं राठौर, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री लक्ष्मण कुमार वर्मा, जिला रजिस्ट्रार श्री विपेन्द्र सिहं यादव, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमति नमिता द्विवेदी, श्री राहुल सोनी, सुश्री सौम्या साहू, सुश्री सृष्टि चौरसिया, श्वेता चौहान, श्री मनीष रघुवंशी, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई, न्यायालीन कर्मचारीवृद्ध, श्री मनोज कुलकर्णी, श्री संजय बिंद सहित अन्य कर्मचारीगण, पैरालीगल वालंटियर श्री मनोज वर्मा, श्री गणेश कनाडे, सुश्री मोना दफतरी सहित कई गणमान्य लोगों की उपस्थिति में जिला न्यायालय परिसर में वृक्षारोपण एवं ए.डी.आर. सेन्टर में मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री एल.डी.बौरासी व श्रीमति श्यामा बौरासी द्वारा आगामी नेशनल लोक अदालत के प्रचार-प्रसार हेतु वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।
इस अवसर पर श्री एल.डी.बौरासी ने संदेश दिया कि पर्यावरण का हमारे जीवन में बहुत महत्व हैं, पर्यावरण का असंतुलन कई प्रकार की महामारियों को जन्म देता हैं, आज के समय में व्यक्ति अपनी निजी स्वार्थ के चलते कई प्रकार से नदी, जंगल, मिट्टी, वायु आदि को प्रदूषित कर पर्यावरण को प्रभावित कर रहा हैं। वर्तमान में समय में पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के लिये वृक्षा रोपण व पर्यावरण प्रदूषण को रोकना अनिवार्य हो चुका हैं। इस अवसर पर श्री एल.डी. बौरासी व श्रीमति श्यामा बौरासी द्वारा आगामी नेशनल लोक अदालत 10 जुलाई के प्रचार-प्रसार व नेशनल लोक अदालत के माध्यम से अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण हेतु ए.डी.आर. सेन्टर, से प्रचार-प्रसार वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। साथ ही ए.डी.आर. सेन्टर में आयोजित मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम में श्री एल.डी. बौरासी द्वारा अधिक से अधिक प्रकरणों को मध्यस्थता के माध्यम से निराकृत किये जाने हेतु उचित दिशा-निर्देश देते हुए मध्यस्थता योजना के लाभ के बारे में बताया गया।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण खण्डवा के सचिव श्री हरिओम अतलसिया ने कहा गया कि वर्तमान समय में पारिवारिक संबंधों की डोर बहुत नाजुक होती जा रही है जिसे संभालने के लिए बड़े जतन करने पड़ते है इसके बावजूद भी कुछ परिवार व वैवाहिक संबंधों में आपसी परिशोनी आ जाती है तथा उनके संबंध बिखरने व टूटने की कगार पर आ जातेे है। ऐसी स्थिति में आज के समय में उन तमाम समस्याओं के समाधान के लिए मध्यस्थता योजना काफी कारगर साबित हो रही हैं। साथ ही उनके द्वारा आगामी नेशनल लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण व लोक अदालत को सफल बनाने के संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, द्वारा कि जा रही गतिविधियों व कार्यो के संबंध में जानकारी दी गयी। इस अवसर पर न्यायाधीशगण व जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई द्वारा अपने विचार व्यक्त किये गये।
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