सफलता की कहानी
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की मदद से
खण्डवा 9 जुलाई, 2021 - जहाँ चाह होती है वहाँ राह निकल ही आती है। यह कहावत श्री कार्तिक बाल किशन के जीवन में अपने श्रम से फलीभूत हुई। श्री कार्तिक निजी क्षेत्र में कार्य करता था जहाँ आमदनी खर्च से कम होती थी। परिवार के भरण पोषण में कठिनाई होती थी। दिल में यह आकांक्षा थी कि उसका अपना व्यवसाय हो किन्तु आर्थिक पक्ष ऐसा नहीं था कि स्वयं के व्यवसाय में पूँजी लगा सकूं। श्री कार्तिक को मध्यप्रदेश शासन की मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की जानकारी प्राप्त हुई। इस योजना के लिए उसने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र खण्डवा से संपर्क किया गया। इस कार्यालय द्वारा योजना की तमाम जानकारी दी। फिर उसके द्वारा आनलाईन आवेदन किया गया।
जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा श्री कार्तिक का आवेदन पत्र आन लाईन भारतीय स्टेट बैंक सिविल लाईन खण्डवा को भेजा गया। भारतीय स्टेट बैंक ने उसे कार्यालयीन प्रक्रिया के पश्चात् अगरबत्ती निर्माण व्यवसाय के लिए ऋण लिया गया। अगरबत्ती व्यवसाय में अत्यधिक प्रतिस्पर्धा होने के कारण अपेक्षित आय नहीं हो रही है। यद्यपि निजी क्षेत्र में कार्य करने से हो रही आमदनी से अधिक होती है और बैंक की किश्तों का समय पर भुगतान करने के बाद भी श्री कार्तिक अपने परिवार का अच्छी तरह से भरण-पोषण कर रहा है। अगरबत्ती व्यवसाय में और विस्तार एवं मार्केटिंग के बाद आमदनी में और बढ़ोतरी की पूरी संभावना है।
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