मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ, हनुवंतिया में जल महोत्सव का आज करेंगे शुभारंभ
प्रभारी मंत्री श्री सिलावट व पर्यटन मंत्री श्री बघेल भी रहेंगे मौजूद
खण्डवा 2 जनवरी, 2020 - चतुर्थ जल महोत्सव 3 जनवरी से 3 फरवरी तक हनुवंतिया में आयोजित होगा। प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ 3 जनवरी को हनुवंतिया में चतुर्थ जल महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम में प्रदेष के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तथा खण्डवा जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट के साथ साथ पर्यटन एवं नर्मदा घाटी विकास विभाग के मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल भी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में पूर्व सांसद श्री अरूण यादव तथा मांधाता विधायक श्री नारायण पटेल भी विषेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
जल महोत्सव के दौरान ये आयोजन होंगे
उल्लेखनीय है कि अगले एक माह तक जारी रहने वाला जल महोत्सव का चतुर्थ संस्करण पहले से अधिक व्यापक स्वरूप में आयोजित हो रहा है। पर्यटन सचिव श्री फैज अहमद किदवई ने बताया कि एक माह तक चलने वाले इस आयोजन में पर्यटकों के लिए 104 लग्जरी टेंट सिटी का अस्थायी निर्माण किया गया है। इस दौरान हनुवंतिया में साहसिक एवं रोमांचकारी गतिविधियां आयोजित होंगी। ये रोमांचकारी खेल जल, थल व आकाष में सम्पन्न होंगे। जल महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक संध्या, आईलैंड ट्रेकिंग व केम्पिंग विषेष आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। हनुवंतिया में उन्मुक्त हवा व अथाजल राषि की लहरें साहसिक खेलों के प्रति सभी को प्रेरित करती है। हनुवंतिया में आयोजित होने वाली जल आधारित गतिविधियों में पैरासेलिंग, वॉटर स्कीइंग, जेड स्कींइंग, बनाना बोट राइड, वॉटर जारबिंग शामिल है। वायु आधारित गतिविधियों में हॉट एयर बलूनिंग, पैरा मोटरिंग, पैरा सेलिंग, भूमि की गतिविधियों में पतंगबाजी, वॉलीबॉल, रस्साकषी, साइकिल टूर, बैलगाड़ी दौड़ जैसी गतिविधियां शामिल है। इसी तरह आइलैंड की गतिविधियों में बर्ड वॉचिंग, ट्रेकिंग, ट्रेजर हंट, कैम्पिंग, कैंप फायर, साहसिक खेलों में बर्मा ब्रिज, आर्टिफिषियल क्लाइम्बिल वॉल, टायर स्विंग, नेट वॉक व रॉप ड्रिल शामिल है। शुभारंभ के दिन और प्रत्येक सप्ताह अंत में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी इस दौरान आयोजित होंगे। हनुवंतिया में जल महोत्सव के दौरान क्राफ्ट बाजार व फूड जोन भी स्थापित किया गया।
उल्लेखनीय है कि इंदिरा सागर बांध एशिया का दूसरा सबसे बड़ा मानव निर्मित जलाशय है। इस स्थल पर नर्मदा नदी पर बांध के बैकवॉटर से बड़ी संख्या में प्राकृतिक रूप से उभरकर टापू निर्मित हुए हैं। टापुओं की इस श्रृंखला की शुरुआत इनके प्रवेश द्वार मूंदी से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित हनुवंतिया से होती है। यह पूरा क्षेत्र नर्मदा नदी के बैक वाटर से भरा हुआ है। आस-पास के वन क्षेत्र, वन्य-प्राणी और रंग-बिरंगे पक्षियों का विचरण और कोलाहल इस स्थल की रमणीयता को और अधिक बढ़ा देता है।
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