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Thursday, 31 October 2019

मुर्गीपालन कर चक्रेश हुआ आत्मनिर्भर

खुशियों की दास्तां 

मुर्गीपालन कर चक्रेश हुआ आत्मनिर्भर

खण्डवा 31 अक्टूबर, 2019 - खण्डवा निवासी चक्रेश चौधरी की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नही थी। अतः स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने स्वयं का छोटा मोटा व्यवसाय प्रारंभ करने का मन बना लिया। घर में उपलब्ध थोड़ी बहुत पूंजी से चक्रेश ने मुर्गीपालन का कार्य घर में ही शुरू किया। उसे इस कार्य में अच्छा लगने लगा तो उसने व्यवसाय बढ़ाने की सोची, लेकिन पूंजी के अभाव में व्यवसाय बढ़ाना आसान काम नही था। दोस्तों से चक्रेश ने जानकारी ली तो पता लगा कि अन्त्यवसायी सहकारी समिति की स्वरोजगार योजना से उसे मदद मिल सकती है। 
       चक्रेश ने अन्त्यवसायी कार्यालय जाकर पूछताछ की और आवेदन कर दिया। कुछ ही दिनों में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत उसका प्रकरण स्वीकृत हो गया और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से 7 लाख रूपये की आर्थिक मदद उसे व्यवसाय बढ़ाने के लिए मिल गई, जिसमें 2 लाख रूपये का अनुदान भी शामिल है। चक्रेश ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से मिली मदद से अब बड़े पैमाने पर मुर्गीपालन व्यवसाय प्रारंभ कर दिया है, जिससे अब घर में खुशहाली आने लगी है। चक्रेश बताता है कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना उसके लिए वरदान सिद्ध हुई है।

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