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Sunday, 13 May 2018

‘‘मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना‘‘ ने कलीराम का सपना पूरा किया

सफलता की कहानी

‘‘मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना‘‘ ने कलीराम का सपना पूरा किया
जन्म के 6 वर्ष बाद नंदिनी के मुंह से पहला शब्द निकला ‘‘मॉं‘‘

खण्डवा 13 मई, 2018 - अपने बच्चे के मुह से ‘‘मॉं‘‘ शब्द सुनना हर महिला का सपना होता है । घर में बेटी नंदिनी के जन्म के वर्षो बाद भी कलीराम व उसकी पत्नि इस शब्द को सुनने के लिए तरस रहे थे, क्योंकि नंदिनी सुन और बोल नहीं सकती। खंडवा जिले के हरसूद विकासखंड के ग्राम सडि़यापानी में एक गरीब मजदूर श्री कलीराम के घर में बेटी का जन्म हुआ तो परिवार में खुशियों की लहर दौड़ गई, लेकिन ये खुशिया ज्यादा नहीं ठीक पाई, क्योंकि जब नंदिनी बड़ी हुई तो पता चला कि वह बोल व सुन नहीं सकती। यह पता लगते ही माता पिता की चिंता बढ़ने लगी। चिकित्सको को दिखाया तो उन्होंने बताया कि बच्ची नंदिनी का इलाज तो ऑपरेषन से हो जायेगा लेकिन ऑपरेशन का खर्च लगभग 6-7 लाख रूपये आयेगा। कलीराम ऑपरेषन कराना तो चाहता था, लेकिन गरीबी के कारण नहीं करा पा रहा था, ऐसे में प्रदेष सरकार की मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना कलीराम के लिए वरदान सिद्ध हुई। इस योजना का लाभ लेने के लिए कलीराम गांव में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयोजित षिविर अपनी बेटी को लेकर गया तो वहां बेटी का स्वास्थ्य परीक्षण सरकारी चिकित्सकों ने किया और मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के लिए उसका प्रकरण बनाकर जिला अस्पताल खण्डवा भिजवा दिया, जहां से कुल 6.50 लाख रूपये का प्रकरण स्वीकृत हो गया और नंदिनी का ऑपरेषन इंदौर के अरबिंदो हास्पिटल में सरकारी खर्चे पर हो गया।
 ऑपरेषन के बाद कलीराम और उसकी पत्नि बहुत खुष थे। कलीराम ने ऑपरेषन के बाद नियमित रूप से बच्ची की स्पीच थेरेपी भी करवाई। उन्हें उम्मीद थी कि बच्ची नंदिनी अब जरूर बोलेगी और सुन भी सकेगी। एक दिन उनकी खुषी का ठिकाना न रहा जब सुबह-सुबह बच्ची नंदिनी पहली बार बोली ‘‘मॉं‘‘ । बेटी नंदिनी के जन्म के 6 वर्ष बाद पहली बार उसके मुहं से मॉं-पापा शब्द सुनकर कलीराम और उसकी पत्नि बहुत खुष है और उसके लिए प्रदेष सरकार और मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान को बार-बार धन्यवाद देते है। क्योंकि सरकार द्वारा प्रारंभ मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना की मदद से ही अपनी बेटी के मुख से मॉं-पापा  शब्द सुनने का उनका यह सपना पूरा हो सका है। एक कलीराम ही नहीं प्रदेष के हजारों मॉं-बाप को ये खुषियां प्रदेष सरकार की मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना की मदद से मिली है।

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