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Monday, 13 November 2017

खालवा के ग्राम मामाडोह में सोयाबीन प्रक्षेत्र दिवस मनाया गया

खालवा के ग्राम मामाडोह में सोयाबीन प्रक्षेत्र दिवस मनाया गया

खण्डवा 13 नवम्बर, 2017 -  ग्राम मामाडोह विकासखण्ड खालवा में कृषि विज्ञान केन्द्र, खण्डवा द्वारा सोयाबीन प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विष्वविद्यालय, ग्वालियर  के निदेषक विस्तार डा. एस.के.श्रीवास्तव एवं भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इन्दौर के प्रधान वैज्ञानिक डा. एस.डी.बिल्लौरे विषेष अतिथि थे। इस कार्यक्रम में ग्राम मामाडोह व धावड़ी पंचायत के सौ से अधिक किसानो ने भाग लिया। 
मुख्य अतिथि डॉ. श्रीवास्तव ने कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा प्रदर्षित तकनीकों की प्रषंसा करते हुए आय वृद्धि की योजनाओं पर प्रकाष डाला। डा. श्रीवास्तव ने कृषि की उत्पादकता को बढाने के साथ ही इससे जुड़े कुटीर व्यवसाय जैसे कृषि उत्पादों का मूल्य संवर्धन, मषरूम उत्पादन, पषुपालन, सब्जी उत्पादन आदि अपनाने हेतु कृषकों का आव्हान किया। उन्होनें सोयाबीन को भोजन में षामिल करने की युक्ति भी बतलाई व  सुपोषण के लिए जरूरी बतलाया। विषेष अतिथि डा. सुनील बिल्लौरे ने प्रदर्षनों का ब्यौरा देते हुए उद्देष्य स्पष्ट किया तथा कृषि वैज्ञानिकों की सलाह से अधिक से अधिक उत्पादन को लेने की बात कही।
इससे पूर्व कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में डा. मुकेष गुप्ता ने फसल उत्पादन के आर्थिक पहलूओं पर, डा. सुभाष रावत ने सोयबीन की उन्न्त तकनीक, डा. योगेन्द्र षुक्ला ने उर्वरकों के संतुलित प्रबन्धन, डा. आषिष बोबड़े ने सामयिक कीट व्याधि प्रबंधन पर अपने व्याख्यान दिये। वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. डी.के.वाणी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इन्दौर द्वारा प्रायोजित इन प्रदर्षनों के परिणामों से अवगत कराया। इन प्रदर्षनों में 50 कृषकों को  उन्नत प्रमाणित बीज के साथ ही बीजोपचार हेतु फफूंदनाषक, जैव उर्वरक, एन.पी.के. उर्वरक तथा अंकुरण पूर्व खरपतवारनाषक प्रदर्षित किये गये थे जिससे किसानों को 13 से 18 क्ंिवटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन प्राप्त हुआ।

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