षिक्षा विभाग के सभी अंग समन्वित रूप से कार्य करें
- कलेक्टर श्रीमती नायक
बच्चों को ब्रॉण्ड एम्बेसेडर बनाया जायें
‘‘स्कूल चलें हम‘‘ अभियान के संबंध में बैठक सम्पन्न
खण्डवा 12 जून, 2017 - जब से सर्व षिक्षा अभियान प्रारंभ हुआ है तब से हम स्कूल चलें अभियान को प्रतिवर्ष मनाते आ रहे है यह बात कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने सुभाष स्कूल में आयोजित ष्स्कूल चलें हमश्श् अभियान की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि आरटीई के तहत षिक्षा एक संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने षिक्षा विभाग के समस्त अधिकारियों एवं प्राचार्यो को निर्देषित करते हुए कहा कि आप अपने क्षेत्र का सर्वे के माध्यम से सुनिष्चित करें कि आपके क्षेत्र के बच्चें स्कूलों में प्रवेषित हो गए कि नहीं। जो जन षिक्षक क्षेत्रों का दौरा नहीं करेंगे तो संकुल प्रभारी को उत्तरदायी मानकर अनुषासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि षिक्षकों को समय-समय पर प्रषिक्षण दिया गया है और यदि किसी को कोई समस्या है तो डाइट से व्यक्तिगत तौर पर सम्पर्क कर समस्या दूर कर लें। सभी समर्पित भाव से कार्य करेंगे तो कोई भी चुनौती पूर्ण की जा सकती है। उन्होंने बैठक में कहा कि सभी प्राचार्य अपने षिक्षकों की दक्षता की सूची तैयार करें यदि विषयों के षिक्षक नहीं है या दक्ष नहीं है तो डाइट का सहयोग लें सकते है।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती नायक ने बताया कि निर्वाचन के अतिरिक्त षिक्षकों को और कहीं ड्यूटी नहीं लगाई जाये। महिला बाल विकास विभाग को निर्देष दिए कि प्रत्येक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 100 प्रतिषत बच्चों का शाला में प्रवेष सुनिष्चित करें। साथ ही यदि कोई किषोरी बालिका 8वीं एवं 9वीं के बाद स्कूल छोड़ती है तो उनको प्रेरित कर के 10वीं का फार्म भरवाया जायें। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र की शालाओं का भ्रमण करें जिससे निष्चत ही व्यवस्थाओं में बदलाव आ सकता है। साथ ही यह भी कहा कि ‘‘प्रोफेषनल लर्निंग‘‘ ग्रुप बनाया जाये जिसके तहत षिक्षक अपने पढ़ाने के तौर तरीकों के बारे में आपस में चर्चा कर सकें। यदि कोई षिक्षक एक्सट्रा समय देकर बच्चों को पढ़ाता है तो उसे भी मानदेय दिया जाये और स्कूलों के बच्चों को ही ब्रॉन्ड एम्बेसेडर बनाया जाये। स्कूलों की मरम्मत करना, रंग-रोगन करना, शौचालय आदि की व्यवस्था शहरीय क्षेत्र के लिए नगरीय निकाय के अधिकारी तथा ग्रामीण क्षेत्र में सरपंच व सचिव करें। उन्होंने जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिए कि 16 जून से 15 जुलाई तक प्रत्येक बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण कराये की व्यवस्था करें तथा बच्चों के हेल्थ कार्ड बनाये जाये। साथ ही ग्राम पंचायतों में नील बटे सन्नाटा, दंगल जैसी फिल्मों के शो करायें जायें तथा कम से कम 15 दिन में ऐसे फिल्म शो कराये ताकि बच्चे खेल-खेल में पढ़ाई कर सके।
बैठक में जिला षिक्षा अधिकारी श्री पी.एस. सोलंकी ने बताया कि बाल केबिनेट को सषक्त बनाया जायें। बैठक में जिला परियोजना समन्वयक श्री सेन ने बताया है कि जिले में स्कूल चले हम अभियान अंतर्गत 6 से 14 आयु वर्ग के समस्त बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन शालाओं में सुनिश्चित किया जा रहा है। उनकी नियमित उपस्थिति बनाए रखने, शैक्षिक रूप से कमजोर बच्चों को शैक्षिक मदद करने, सह शैक्षिक गतिविधियों में सहयोग करने, शाला त्यागी एवं शाला से बाहर बच्चों को शालाओं में प्रवेश कराने के लिए उनके पालकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बैठक में कलेक्टर श्रीमती नायक ने सामाजिक न्याय को निर्देष दिए कि निःषक्त बच्चों के हूनर को चिन्हित कर प्रमोट करें ताकि वे अपने को सामान्य बच्चे से कम ना समझे।
2 जुलाई को होने वाले वृक्षारोपण के संबंध में दिए निर्देष
बैठक में कलेक्टर श्रीमती नायक ने बताया कि आगामी 2 जुलाई को वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जायेगा , जिन स्कूलों में अंषकालिक भृत्य है या स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पौधरक्षक बनाया जा सकता है। बच्चों से पौधारोपण कराये जावे एवं बच्चों को इस हेतु जागरूक करें तथा 16 जून को पहला लेक्चर पर्यावरण ज्ञान से शुरू करें।
बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्री अनिल डामोर, जिला षिक्षा अधिकारी श्री पी.एस. सोलंकी, डीपीसी श्री आर.के. सेन सहित सभी प्राचार्य, विकासखण्ड षिक्षा अधिकारी, बीआरसी, अधिकारीगण मौजूद थे। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने मॉं सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया।
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